बहराइच2 घंटे पहले
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दुकानदारों को हड़की में लेकर 12500 रुपए वसूल लिए। आरोपी दुकानों से 5 हजार रुपए महीना देने की बात कहने लगे।
बहराइच में 4 फर्जी फूड इंस्पेक्टर पकड़े गए हैं। चारों युवक वॉकी टॉकी पर बात करते हुए दुकानों पर पहुंचे। उन्होंने दुकानदारों को हड़की में लेकर 12500 रुपए वसूल लिए। दुकानदारों से कहा कि हर महीने 5 हजार देते रहोगे तो हम नहीं आएंगे। इसी बात पर दुकानदारों को शक हो गया। उन्होंने दो को दबोच लिया। बाकी दो को पुलिस ने बाद में गिरफ्तार कर लिया। वहीं गैंग का मेन सरगना साल 2018 में फर्जी सीबीआई इंस्पेक्टर के आरोप में पकड़ा जा चुका है।
दुकानदारों ने शक हाेने पर चारों को दबोचा
मामला पयागपुर थानाक्षेत्र के खुटेहना बाजार का है। बुधवार देर शाम बाजार की दुकानों पर बाइक से चार युवक आए। वे वॉकी टॉकी पर जी सर पहुंच गया हूं, वहीं पर हूं, देख रहा हूं… तरह-तरह की बात बोल रहे थे। इसके बाद वे दुकानों पर पहुंचा और खुद को फूड इंस्पेक्टर बताकर हड़काया। इसके बाद उन्होंने दुकानदार खुश मुहम्मद से 3 हजार, नीलेश सिंह से 3500 और सागर किराना स्टोर से 6 हजार रुपये वसूल लिए। दुकानदारों से कहा कि हर महीने 5 हजार रुपए देते रहोगे तो हमें नहीं आना पड़ेगा। जिस पर दुकानदारों को शक हो गया।
ग्रामीणों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस बुलाकर चारों को पकड़वा दिया।
दो लोग भाग गए, पुलिस ने उनको बाद में पकड़ा
दुकानदारों ने बताया कि 5 हजार रुपए महीना मांगने पर उन्हें युवकों पर शक हुआ। जिस पर उन्होंने पूछताछ की तो चारों हड़बड़ा गए। दो लोग मौके से भाग गए। जबकि दो लोगों को उन्होंने दबोच लिया। बाद में दोनों आरोपियों से कड़ी पूछताछ की तो उन्होंने बाकी दो का पता भी बता दिया। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने अन्य दो को भी गिरफ्तार कर लिया।
सरगना पर गोंडा में दर्ज हैं कई मुकदमे
पयागपुर थानाध्यक्ष बृजानंद सिंह ने बताया कि रवि उर्फ ओम, तुशंक, अशहद आरिफ और शशांक शुक्ल फूड इंस्पेक्टर बनकर वसूली कर रहे थे। चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। वहीं बताया कि अशहद आरिफ गैंग का मेन सरगना है। वह 2018 में फर्जी सीबीआई इंस्पेक्टर के आरोप में पकड़ा गया था। उस पर गाेंडा में तीन से चार मुकदमे दर्ज हैं।,
एक महीने से फर्जी फूड इंस्पेक्टर कर रहे वसूली
फर्जी फूड इंसपेक्टर करीब एक महीने से जिले में दुकानदारों से वसूली कर रहे हैं। चारों आरोपी दुकानों पर जाकर लोगों को हड़की में लेकर वसूली करते हैं। आरोपी ज्यादातर छोटे दुकानदारों को निशाना बनाते थे। आरोपी अब तक करीब एक दर्जन दुकानदारों से उगाही कर चुके हैं।