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- Shivraj Singh Chouhan | MP CM Shivraj Singh Chouhan Attacks On Congress Over Israeli Spyware Pegasus Case
मध्यप्रदेशएक घंटा पहले
पेगासस प्रोजेक्ट के जरिए कथित जासूसी मामले में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कांग्रेस पर वार किया है। उन्होंने इस मामले को विपक्ष की घिनौनी साजिश बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र को बदनाम करने की इंटरनेशनल साजिश है। इतना ही नहीं, शिवराज ने कहा- इतिहास गवाह है कि कांग्रेस जासूसों से भरी पार्टी है। उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन UPA सरकार में 9 हजार फोन कॉल टेप किए गए थे।
शिवराज ने कहा कि कांग्रेस की राजनीतिक ताकत शून्य हो गई है। उसकी जासूसी करके हम (BJP) क्या करेंगे। कुछ विदेशी ताकतें और कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को पचा नहीं पा रही है। पेगासस जासूसी मामला झूठ की बुनियाद पर रची गई कहानी है।
शिवराज ने कहा कि संसद का यह सत्र बहुत महत्वपूर्ण था। गरीब और पिछड़ों को मंत्री पद दिया गया। उनका परिचय संसद में होना था। विपक्ष को यह रास नहीं आया, इसलिए संसद शुरू होने से एक दिन पहले इस मामले को लाया गया। संसद को शोरगुल का ठिकाना बना लिया गया है। विपक्ष लगातार देश के खिलाफ साजिश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष भारत की छवि को खराब करने का काम कर रहा है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जब भी देश में कुछ महत्वपूर्ण होना होता है, विपक्ष भारत के खिलाफ माहौल बनाता है और साजिश का हिस्सा बनता है। राहुल गांधी कहते हैं कि आलू से सोना बनता है। ऐसे नेता की फोन टैपिंग करवा कर हम (BJP) क्या करेंगे?
अपने ही नेताओं की जासूसी करने कांग्रेस का इतिहास
शिवराज ने आरोप लगाया कि काग्रेस का इतिहास अपने ही नेताओं की जासूसी कराने का रहा है। तीन मूर्ति भवन से लेकर एक सफदरजंग रोड और 10 जनपथ तक रहने वाले नेता जासूसों से घिरे रहे हैं। इन्होंने जासूसी करके ना केवल देश, बल्कि खुद अपनी ही पार्टी को कमजोर किया है। लाल बहादुर शास्त्री की जासूसी इंदिरा गांधी ने कराई। इसके बाद सोनिया गांधी ने पीवी नरसिम्हा राव सीताराम केसरी सीताराम की जासूसी कराई। अब राहुल और प्रियंका में भी जासूसी का DNA है। दोनों अब कांग्रेस में G 23 के नेताओं को निपटाने में लगे हुए हैं। मध्यप्रदेश में भी कमलनाथ को निपटाने का काम दिग्विजय सिंह ने किया।
शिवराज के आरोपों पर कमलनाथ का पलटवार
शिवराज के आरोपों का कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पलटवार किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- मुझे तो उम्मीद थी कि शिवराज जी आज सच का साथ देंगे। इस जासूसी का खुलकर विरोध करेंगे और प्रदेश के ही एक केंद्रीय मंत्री (प्रहलाद पटेल) की गई जासूसी का विरोध कर उनके पक्ष में खड़े होंगे। लेकिन वो तो उन्हें छोड़ झूठ के साथ खड़े हो गए।
उन्होंने आगे लिखा- मै समझ सकता हूँ कि अभी उनकी (शिवराज सिंह चौहान) कुर्सी पर भारी संकट है। इसलिए झूठ के साथ खड़े होना उनकी मजबूरी है।