31 मई की रात बेलगाम (कर्नाटक) से गोरखपुर जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सफर कर रही साफिया हाशमी की तीन महीने बच्ची दो दिन से भूखी थी। बच्ची के माता-पिता उसे पानी में बिस्किट डुबोकर खिला रहे थे। उन्होंने कई स्टेशनों पर बच्ची के लिए दूध मांगा, लेकिन कहीं पर मदद नहीं मिली। ट्रेन भोपाल पहुंची तो साफिया ने आरपीएफ जवान से बच्ची के लिए दूध की गुहार लगाई। इंदर सिंह ने स्टेशन से चल चुकी ट्रेन पर दौड़ लगाकर दूध का पैकेट मां तक पहुंचाया और दो दिन से भूखी बच्ची को मदद मिल सकी।
आरपीएफ जवान इंदरकी इस बहादुरी की खबर और वीडियो सबसे पहले 'दैनिक भास्कर' पर दिखाया गया। इसे देखने के बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने जवान की सराहना की और उन्हें नकद पुरस्कार देने की घोषणा भी की। शुक्रवार को पश्चिम मध्य रेलवे के जीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने कांस्टेबल को पांच हजार रुपए नकद और प्रशंसा पत्र दिया।
Commendable Deed by Rail Parivar: RPF Constable Inder Singh Yadav demonstrated an exemplary sense of duty when he ran behind a train to deliver milk for a 4-year-old child.
Expressing pride, I have announced a cash award to honour the Good Samaritan. pic.twitter.com/qtR3qitnfG
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) June 4, 2020
रेलमंत्री ने दैनिक भास्कर की खबर को शेयर कर जवान की तारीफ की
'दैनिक भास्कर'पर इंदर की बहादुरी का यह वीडियो देखने के बाद इसे तुरंत रेलमंत्री पीयूष गोयल, रेल मंत्रालय ने अपने ऑफिशियल ट्विटर, फेसबुक अकाउंट से शेयर किया। इसके बाद मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान, विभिन्न जोन के रेलवे जीएम, डीआरएम ने भी इस वीडियो को शेयर किया। रेल मंत्री ने ट्वीट कर कहा – रेलवे परिवार की सराहनीय पहल। आरपीएफ इंदर यादव ने ड्यूटी के दौरान अपना फर्ज़ निभाकर अनुकरणनीय काम किया है। उन्होंने तीन महीने की बच्ची को दूध देने के लिए चलती ट्रेन के पीछे दौड़ लगाई। हमारे लिए गर्व के पल हैं। इसके लिए मैं इंदर सिंह को नकद पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा करता हूं।
मुख्यमंत्री शिवराज ने रेलमंत्री के ट्वीट को रिट्ववीट किया
निष्काम कर्म, सेवा भाव और वात्सल्य!
अद्भुत!
आरपीएफ जवान इंदर जी, आपने हम सबका दिल जीत लिया!
आप जैसे कर्तव्यनिष्ठ जवान पर हम सबको गर्व है! https://t.co/uOJL7Hxdwq
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 4, 2020
इंदर ने कहा- मैं 'दैनिक भास्कर' का शुक्रगुजार हूं, जिससे मुझे रेलमंत्री की तारीफ मिली
दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान इंदर ने बताया कि मैंने यह मदद किसी प्रशंसा के लिए नहीं की थी, मैंने तो सिर्फ इसे ड्यूटी का हिस्सा ही माना। इंदर ने कहा कि मैं दैनिक भास्कर का शुक्रगुजार हूं, जिसने इस पूरे घटनाक्रम को बखूबी दिखाया, जिसके बाद रेलमंत्री ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए मेरे काम की प्रशंसा की। यह मेरे करियर का ऐसा पल है जिसे मैं कभी भुला नहीं पाऊंगा।
टाइमलाइन में समझेंमदद से लेकर उनके सम्मानित होने तक की पूरी कहानी
- 31 मई : भोपाल रेलवे स्टेशन पर इंदर सिंह ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार महिला रेल यात्री साफिया हाशमी की मदद की। इस दिन आरपीएफ ने इसे सामान्य ड्यूटी कार्य माना।
- 2 जून : घटना के दूसरे दिन दैनिक भास्कर ने इस पूरे घटनाक्रम के एक्सक्लूसिव सीसीटीवी वीडियो से इंदर की बहादुरी का किस्सा वीडियो स्टोरी के माध्यम से शेयर किया।
- इसी दिन जब रेलमंत्री ने इस वीडियो को देखा तो अपने ऑफिशियल ट्विटर, फेसबुक अकाउंट से शेयर किया। इसके अलावा रेल मंत्रालय, जीएम, डीआरएम समेत देश भर में दैनिक भास्कर का यह वीडियो शेयर किया गया।
- 4 जून : रेलमंत्री ने आरपीएफ जवान इंदर सिंह की बहादुरी की तारीफ करते हुए उन्हें नकद पुरस्कार और प्रशंसा पत्र देने की घोषणा की।
- 5 जून : इटारसी-खंडवा रेल खंड का निरीक्षण करने भोपाल रेल मंडल पहुंचे पश्चिम मध्य रेलवे के जीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने आरपीएफ कांस्टेबल इंदर सिंह को पांच हजार रुपए के नकद पुरस्कार और प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया।
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