- दिल्ली के 89 फीसदी व्यापारी बाजार बंद रखने के पक्ष में
दैनिक भास्कर
Jun 14, 2020, 04:00 AM IST
दिल्ली. दिल्ली सरकार एक ओर लॉकडाउन के बाद शराब के दुकानों से लेकर मॉल्स को खोलते जा रही है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली के सभी थोक बाजारों को बंद रखे या खुला इसको लेकर ट्रेड एसोसिएशन 28 सौ ट्रेड एसोसिएशनों से राय शुमारी कर रही है।
बता दें कि एसोसिएशन्स के पदाधिकारियों के अनुसार मार्केट खुलने के बाद थोक बाजारों में कोरोना संक्रमण से बचाव का कोई ठोस उपाय नहीं किया। जिसके कारण भागीरथ पैलेस, चावड़ी बाजार, चांदनी चौक, सदर बाजार सहित सभी थोक बाजारों के बड़ी संख्या में दुकानदार और कर्मचारी कोरोना संक्रमित ही नहीं हो गए बल्कि कइयों की कोरोना से मौत भी हो गई है। ट्रेडर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि सर्वे में 2800 ट्रेडर्स एसोसिएशन से सवाल पूछे गए है। जिसमें उनसे रॉय मांगी गई थी कि दुकानों को खोला जाए या नहीं। सर्वे में 2610 के जवाब मिले है।
उन्होंने बताया 88.1 प्रतिशत व्यापारी कोरोना के चलते बाजार बंद करने के पक्ष में हैं। 92.7 फीसदी व्यापारी मानते हैं कि दिल्ली में कोरोना से मरीजों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं, दिल्ली सरकार ने बाजार के गेटों पर आने वाले ग्राहकों, काम करने वाले मजदूरों को सेनिटाइजेशन टनल आदी कुछ प्रबंध नहीं किया है। उन्होंने बताया कि सर्वे की रिपोर्ट गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भेज दी है।