लगातार लूट की वारदात हो रही है। इतना ही नहीं, आपके साथ लूट की वारदात हो भी जाती है, तो पुलिस भी आपकी शिकायत आसानी से थाने में दर्ज नहीं करेगी। जी हां, राजधानी के अशोका गार्डन थाने में ऐसा ही हो रहा है। जहां एक एसआइ ने फरियाद लेकर पहुंचे एक युवक को यह कहकर थाने से चलता कर दिया कि यहां सीसीटीवी फुटेज देखे बगैर लूट की एफआइआर दर्ज नहीं होती। आखिरकार, दो दिन बाद लूट का केस दर्ज किया गया।
जानकारी के मुताबिक पीड़ित युवक गौरव मिश्रा 23 मई की रात अशोका गार्डन थाना अंतर्गत पंजाबी बाग मुख्य मार्ग से अपने घर जा रहा था। पीछे से आए मोटरसाइकिल सवारों ने उसे धक्का देकर मोबाइल फोन छीना और तेज रफ्तार से फरार हो गए। पीड़ित युवक रात में ही थाने पहुंचा और लूट की रिपोर्ट दर्ज करने की गुहार लगाई। थाने के सब इंस्पेक्टर संजय मिश्रा ने युवक के साथ मौके पर जाकर सीसीटीवी रिकॉर्डिंग चेक करने का प्रयास किया, लेकिन क्लियर फुटेज नहीं मिला।इस पर सब इंस्पेक्टर संजय मिश्रा ने युवक से कहा कि सुबह थाने आकर चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवा देना। पुलिस के रवैये से हैरान युवक दूसरे दिन फिर थाने पहुंचकर अपने साथ हुई लूट की घटना की जानकारी पुलिस को देने का प्रयास करता रहा लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। घटना के तीसरे दिन यानी 25 मई को थाना प्रभारी आलोक श्रीवास्तव ने युवक की फरियाद सुनी इसके बाद स्टाफ को लूट की धारा 392 के तहत मामला दर्ज करने के निर्देश दिए। पुलिस बाइक सवार लुटेरों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।