पश्चिम बंगाल में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व सांसद अर्जुन सिंह और विधायक पवन कुमार सिंह के घर के बाहर धमाके के मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई है। एनआईए की जांच से इस मामले पर नए खुलासे हो सकते हैं। अर्जुन सिंह के आवास के बाहर 8 सितंबर को जोरदार धमाका हुआ था। इसे लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए थे। बता दें कि जिस वक्त बम से हमला किया गया उस समय सांसद और प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह मौजूद नहीं थे। हालांकि उनके परिवार के सदस्य उस वक्त घर पर ही थे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की खी और घर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली थी।
इस मामले पर अर्जुन सिंह ने कहा था उपचुनाव से पहले मुझे जान से मारने की कोशिश की जा रही है, क्योंकि पार्टी ने मुझे भवानीपुर का इंचार्ज बनाया है। उन्होंने कहा था कि इस घटना की जांच भी बंगाल सरकार करेगी और पहले की तरह ही मामले को रफा-दफा कर देगी।
बंगाल में दिग्गज नेता माने जाते हैं अर्जुन सिंह
अर्जुन सिंह 17 वीं लोकसभा में पश्चिम बंगाल के बैरकपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद हैं। उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इससे पहले, सिंह ने तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में 2001 से लगातार चार बार भाटपारा विधानसभा सीट भी जीती थी। उन्हें 1 जून 2020 को भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया।
8 सितंबर को राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्वीट कर इस बम हमले की जानकारी दी थी। धनखड़ ने लिखा था- पश्चिम बंगाल में प्रचंड हिंसा कम होने का नाम नहीं ले रही है। आज सुबह सांसद के आवास के बाहर बम विस्फोट चिंता की बात है और राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है। मैं इस मामले में शीघ्र कार्रवाई की अपेक्षा करता हूं। जहां तक अर्जुन सिंह की सुरक्षा का सवाल है तो पहले भी इस मुद्दे को उठाया जा चुका है।