गुजरात के राजकोट और जामनगर में पिछले कई घंटों से हो रही बारिश के कारण बुरा हाल है। इन दोनों जगहों पर बारिश की वजह से अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है। कई गांवों में जलभराव की वजह से लोग छत पर मदद के इंतजार में बैठे हैं। गुजरात के नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने जामनगर में भारी बारिश को लेकर राज्य के मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर बैठक की। सीएम पटेल ने अधिकारियों से बाढ़ में फंसे लोगों को हरसंभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के मुताबिक, सोमवार को 10 घंटे के अंदर राजकोट और जामनगर में भारी बारिश देखने को मिली। राजकोट के लोधिका तालुका में 435 मिलिमीटर, राजकोट तालुका में 305 मिलिमीटर, धोराजी में 202 मिलिमीटर, कोटदासगंज में 190 मिलिमीटर और गोंदल में 162 मिलिमीटर बारिश हुई। वहीं, जामनगर के कालावाड में 348 मिलिमीटर और जुनागढ़ के विसावदार तालुका में 364 मिलिमीटर बारिश हुई।
इतना ही नहीं जामनगर में 35 गांवों से संपर्क भी टूट गया है। लोगों को रेस्क्यू करने के लिए एनडीआरएफ की टीम को तैनात किया गया है। इसके साथ ही एयरफोर्स की मदद से लोगों को रेस्क्यू भी किया जा रहा है। इस काम के लिए 4 हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं। एनडीआरएफ ने जामनगर के कालवाड से से अब तक 30 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर लिया है।
राजकोट में बारिश से बाढ़ जैसे हालात
तेज बहाव में बह गई गाड़ी
- जामनगर में लगातार हो रही बारिश से हुए जलभराव में एक गाड़ी पानी में बह गई। बहाव तेज होने के कारण उसे रेस्क्यू करने की कोशिश नहीं की गई। इसके अलावा करीब 3 गांव के लोग चारों ओर पानी होने के कारण फंस गए थे। सोमवार को सीएम पटेल ने जिला कलेक्टर से जल्द से जल्द रेस्क्यू ऑपरेशन को पूरा करने कहा था। उनके निर्देश के बाद प्रशासन एक्टिव हुआ और लोगों को निकालने का काम जारी है।