
पांच जिलों के कोविड अस्पताल कोरोना से हुई 300 मौतों का ब्यौरा दबाए बैठे हैं। इससे इन मौतों का ऑडिट नहीं हो पा रहा है। अगर इन मौतों का ब्यौरा मिल जाता तो यह पता चल पाता कि इलाज में किस प्रकार की गलती हुई है। रिकार्ड न देने से शक गहरा रहा है कि अस्पतालों में रोगियों के इलाज में चूक हुई है। डेथ ऑडिट टीम ने अस्पतालों को एक बार फिर नोटिस जारी करके ब्यौरा उपलब्ध कराने को कहा है। सबसे अधिक कोरोना रोगियों की मौत हैलट में हुई हैं। यहां की तो मौतों का ब्यौरा मिल गया है लेकिन दूसरे अस्पताल वालों ने अभी नहीं दिया है। इसके अलावा कानपुर देहात, उन्नाव, फर्रुखाबाद और कन्नौज से रोगियों का ब्यौरा नहीं मिला है। इनमें सबसे अधिक केस फर्रुखाबाद के हैं।