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नई दिल्ली16 मिनट पहले
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ओलंपिक जाने वाले भारतीय दल से बातचीत की। इसमें दीपिका कुमारी, प्रवीण जाधव, सानिया मिर्जा, पीवी सिंधु, नीरज चोपड़ा, दुती चंद, आशीष कुमार, मेरीकॉम, मनिका बत्रा, विनेश फोगाट, साजन प्रकाश और मनप्रीत सिंह समेत 15 खिलाड़ी शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान PM मोदी ने कहा कि आप सभी को एक साथ देखकर कॉमन चीजें नजर आ रही हैं। आप बोल्ड, कॉन्फिडेंट और पॉजिटिव हैं। आपमें डिसिप्लिन, डेडिकेशन और डिटरमिनेशन भी दिख रही है। यही क्वालिटी न्यू इंडिया में भी है। खेल के साथ सही स्ट्रैटजी जोड़ें। मुझे यकीन है कि जीत आपकी होगी। प्रधानमंत्री के साथ कार्यक्रम में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और किरन रिजिजू भी मौजूद रहे।
खिलाड़ियों से बातचीत के दौरान PM ने कहा-
- मेरे लिए आप सभी से बात करना उमंग का अवसर होता है। कोरोना की वजह से मैं आपसे अपने घर पर नहीं मिल पा रहा हूं। ओलिंपिक के बाद जरूर मिलूंगा।
- कोरोना ने बहुत कुछ बदल दिया। ओलिंपिक का साल बदला और तैयारियों का तरीका बदल गया।
- टोक्यो में अलग तरह का माहौल मिलेगा। आज भारत के लोगों को पता चला कि आपने कितनी मेहनत की है। मुझे देखकर खुशी होती है कि देश आपको चीयर कर रहा है।
- नमो एप पर भी खास प्रावधान किया गया है। इस एप पर भी आपको लोग चीयर कर रहे हैं। देशभर की भावनाएं आपसे जुड़ी हुई हैं।
- किसी भी एथलीट को अपेक्षाओं के बोझ तले दबने की जरूरत नहीं है। पूरा भारत आपके साथ खड़ा है।
- आप सभी एथलीट निर्भीक होकर खेलें। जापान में अपना हुनर दिखाएं। सभी खिलाड़ियों को मेरी शुभकामनाएं।
- कई खेल ऐसे हैं, जिनमें खिलाड़ियों ने पहली बार हिस्सा लिया है। हम जैसा अभ्यास करते हैं, धीरे-धीरे वह हमारे स्वभाव का हिस्सा हो जाता है। आपकी ऊर्जा को देखकर कोई संदेह नहीं बचा है।
- वह दिन दूर नहीं जब जीतना ही न्यू इंडिया की आदत बन जाए। जीतने का प्रेशर लेकर नहीं खेलना है। बस यही सोचिए कि मुझे अपना बेस्ट परफॉर्म करना है।
तीरंदाज दीपिका कुमारी
PM मोदी ने सबसे पहले तीरंदाज दीपिका कुमारी से बातचीत की। दीपिका ने PM से कहा कि मैंने बांस के धनुष से शुरूआत किया था। बाद में आधुनिक धनुष को अपनाया। सबसे ज्यादा उम्मीदें खुद से होती हैं। ओलिंपिक में कैसे परफॉर्म करना है मेरा पूरा फोकस इसी पर है।
तीरंदाज प्रवीण कुमार जाधव
तीरंदाज प्रवीण कुमार जाधव ने PM मोदी को बताया कि पहले मैं एथलेटिक्स करता था। मेरा सिलेक्शन गवर्नमेंट अकेडमी में हुआ। बाद में अमरावती चला गया। उसके बाद मैं तीरंदाजी करने लगा। मुझे पता था कि मुझे मजदूरी ही करनी पड़ेगी, इसलिए मैंने खेल में करियर बनाने का सोचा और तीरंदाजी जारी रखा। जब भी किसी मुश्किल में पड़ता था, तो अपना बैकग्राउंड याद करके खुद को मोटिवेट करता था।
जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा
नीरज चोपड़ा ने कहा कि मुझे इंडियन आर्मी पसंद है। जैवलिन में बेहतर प्रदर्शन करने पर भारतीय सेना में नियुक्ति मिली। सेना की ओर से मुझे लगातार सपोर्ट मिल रहा है। मुझे कुछ दिनों पहले इंजरी हुई थी। इंजरी स्पोर्ट्स का हिस्सा है। इंजरी की वजह से मैं वर्ल्ड चैंपियनशिप में नहीं जा पाया। मेरा एक साल खराब हो गया। हालांकि मैंने मेहनत की और वापसी की। मेहनत से मैंने ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई किया।
एथलीट दुती चंद
दुती चंद ने कहा कि मेरी बड़ी फैमिली थी। खाने-पीने की कमी थी। मैं जानती थी कि अगर मैं स्पोर्ट्स करूंगी, तो मुझे जॉब मिल जाएगा और मेरी फैमिली की आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी। मेरे लाइफ में हमेशा से कॉन्ट्रोवर्सी रही है। पर मेरा लक्ष्य हमेशा से ओलिंपिक मेडल रहा है। मैं दूसरी बार ओलिंपिक में भाग ले रही हूं और मेडल जीतने के लिए अपना 100% दूंगी।
बॉक्सर आशीष कुमार
आशीष ने कहा कि मेरे घर में खेल का माहौल रहा है। मेरे पापा कबड्डी खिलाड़ी रहे। मैं पहले काफी पतला था। इसलिए मैंने बॉक्सिंग का चयन किया। मेरे ओलिंपिक क्वालिफायर कॉम्पिटीशन से 25 दिन पहले मेरे पिता का देहांत हो गया था। इस दौरान मेरे परिवार के अन्य सदस्यों ने सपोर्ट किया।
परिवार ने कहा कि पापा के सपने को पूरा करने के लिए मैं ओलिंपिक में जाऊं। मैं स्पेन में कोरोना पॉजिटिव हो गया था। रिकवरी में मुझे एक महीना लगा। भारत वापस आने के बाद कोचिंग स्टाफ ने पूरा सपोर्ट किया। अब मैं ओलिंपिक के लिए तैयार हूं।
बॉक्सर मेरी कॉम
मेरी कॉम ने कहा कि मेरे घर पर मेरे बच्चे मुझे मिस करते हैं। मैं उनको समझाती हूं कि मैं देश के लिए खेलने जा रही हूं। आपको पापा की बात माननी है और उनको फॉलो करना है। बच्चे ऑनलाइन क्लास की वजह से बोर हो रहे हैं। मैं बच्चों को समझाती हूं कि आप घर में रहें और सुरक्षित रहें। हुक मेरा सबसे फेवरेट पंच है। बॉक्सिंग में मेरे हीरो मोहम्मद अली हैं।
शटलर पीवी सिंधु
सिंधु ने बताया कि इस बार उनकी ओलिंपिक को लेकर अच्छी तैयारी है। PM ने सिंधु के अलावा उनके माता-पिता से भी बातचीत की। उन्होंने बताया कि सभी पैरेंट्स को यह पता होना चाहिए कि वे अपने बच्चे का ध्यान किस प्रकार रख सकते हैं। अगर एथलीट स्वस्थ रहेगा, तो निश्चित तौर पर आगे बढ़ सकेगा।
शूटर इलावेनिल
इलावेनिल ने कहा कि मैं पहले एथलेटिक्स करती थी। मैं पहले जूडो की तैयारी करती थी। बाद में मैंने शूटिंग में हिस्सा लेना शुरू किया। मुझे इस खेल में मजा आने लगा। मेरे कॉलेज की ओर से मुझे काफी सपोर्ट मिल रहा है।
शूटर सौरभ चौधरी
सौरभ ने बताया कि मैंने 2009 में शूटिंग शुरू किया। पास के गांव में एक अकेडमी थी। मैं वहीं शूटिंग की प्रैक्टिस करने लगा। धीरे-धीरे रिजल्ट मिलता गया। भारत सरकार की ओर से मदद मिली और आज मैं यहां पर हूं। मैं मानिसक रूप से मजबूत होने के लिए योग और मेडिटेशन करता हूं।
टेबल टेनिस प्लेयर शरत कमल
शरत कमल ने कहा कि टेबल टेनिस को गवर्नमेंट की ओर से काफी सपोर्ट मिल रहा है। पहले इस स्पोर्ट को किनारा कर दिया जाता था। अब इसमें काफी खिलाड़ी दिलचस्पी ले रहे हैं।
टेबल टेनिस प्लेयर मणिका बत्रा
मणिका बत्रा ने बताया कि मैंने हाथ पर तिरंगा बनाया हुआ है। जब मैं इसे देखती हूं तो मुझे काफी प्रेरणा मिलती है। मुझे लगता है कि देश के लिए कुछ करना है। मुझे डांस करना भी पसंद है। इससे मुझे आत्मविश्वास मिलता है। मैं गरीब बच्चों को भी टेबल टेनिस सिखाती हूं।
रेसलर विनेश फोगाट
विनेश ने कहा कि मुझ पर कोई प्रेशर नहीं है। हां मुझसे काफी लोगों की उम्मीदें हैं, लेकिन उसका प्रेशर नहीं है। मैं अपना बेस्ट परफॉर्मेंस देने की कोशिश करूंगी।
टेनिस प्लेयर सानिया मिर्जा
सानिया ने कहा कि जो बच्चे टेनिस में करियर बनाना चाहते हैं, उनको यही कहना चाहती हूं कि आपको मेहनत करना होगा। बिना मेहनत के किसी भी खेल में आगे बढ़ना संभव नहीं है। अब काफी सुविधाएं उपलब्ध हैं। यह मेरा चौथा ओलिंपिक है। कॉमनवेल्थ गेम्स जब से भारत में हुआ है, लोगों की उम्मीदें बढ़ी हैं। अंकिता रैना के साथ मेरे बेहतर तालमेल रहा।
17 जुलाई को भारत का पहला जत्था रवाना होगा
भारत से 17 जुलाई को खिलाड़ियों का पहला जत्था टोक्यो रवाना होगा। 23 जुलाई से ओलिंपिक की शुरुआत हो रही है। भारत की ओर से इस साल 126 खिलाड़ियों का दल ओलंपिक में जा रहा है। ओलंपिक में भारत से भेजे जाने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा दल है। भारतीय एथलीट्स 18 खेलों के 69 इवेंट्स में हिस्सा लेंगे।
रियो ओलिंपिक (2016) में देश से 117 खिलाड़ियों ने शिरकत की थी। इस बार भारत के 30 खिलाड़ी हरियाणा से हैं, यानी 24%। हरियाणा की आबादी 2.54 करोड़ (2011 की जनगणना के मुताबिक) है। यानी देश की आबादी में महज 1.87% हिस्सेदारी रखने वाले राज्य की भारतीय दल में करीब एक चौथाई उपस्थिति है।
54% खिलाड़ी उत्तर भारत से
ओलिंपिक में हिस्सा लेने जा रहे भारतीय खिलाड़ियों को जोन के हिसाब से बांटें तो दल में सबसे बड़ी हिस्सेदारी उत्तर भारत की है। उत्तर भारत से 66 खिलाड़ी (54.10%) टोक्यो जा रहे हैं। इनमें हरियाणा के बाद सबसे बड़ी हिस्सेदारी पंजाब (16 खिलाड़ी) की है। भारतीय दल में दक्षिण भारत से 27 (22.14%), मध्य भारत से 2 (1.64%), पूर्वी भारत से 10 (8.2%), उत्तर पूर्व से 8 (6.55%) और पश्चिम भारत से 9 खिलाड़ी (7.37%) शामिल हैं।
7 राज्यों से एक भी खिलाड़ी नहीं
भारत के सात राज्य ऐसे हैं जहां से 1 भी खिलाड़ी भारतीय ओलिंपिक दल का हिस्सा नहीं है। 10 करोड़ की आबादी वाला बिहार इसमें सबसे बड़ा राज्य है। बिहार के अलावा छत्तीसगढ़, गोवा, मेघालय, नगालैंड और त्रिपुरा से भी कोई खिलाड़ी ओलिंपिक में हिस्सा लेने नहीं जा रहा है।