नई दिल्ली10 घंटे पहले
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दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रविवार को 94 नए मामले सामने आए।
दिल्ली में कोरोना से संक्रमण दर घटने के साथ एक्टिव केस भी घट रहे हैं। लंबे समय के बाद दिल्ली में एक्टिव केस की संख्या घटकर एक हजार के नीचे पहुंच गई। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रविवार को 94 नए मामले सामने आए। जबकि 111 मरीजों को छुट्टी दी गई, वहीं 7 मरीजों ने कोरोना के कारण दम तोड़ दिया।
दिल्ली में अभी तक 1434554 मरीज कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 1408567 मरीज ठीक हो गए, जबकि 24995 मरीजों ने कोरोना के कारण दम तोड़ दिया। दिल्ली में कोरोना से मृत्युदर 1.74 फीसदी हैं। विभाग के अनुसार दिल्ली में कोरोना के एक्टिव केस 992 हैं।
वैज्ञानिक ने किया आगाह
नियम नहीं माने ताे अक्टूबर-नवंबर के बीच तीसरी लहर चरम पर पहुंच जाएगी
अगर काेराेना प्रोटोकॉल का पालन सख्ती से नहीं किया गया, ताे अक्टूबर-नवंबर में महामारी की तीसरी लहर चरम पर हाेगी। यह चेतावनी काेराेना पर गठित सरकारी समिति के वैज्ञानिक मानिंद्र अग्रवाल ने दी है। आईआईटी-कानपुर में प्रोफेसर डाॅ अग्रवाल पिछले साल विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा गठित विशेषज्ञ समिति का हिस्सा हैं।
आईसीएमआर के अध्ययन का आकलन अभी बाकी
कोविशील्ड की दोनाें डो के बाद 16% नमूनों में डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ
कोविशील्ड वैक्सीन की दोनों खुराक के बाद 16.1% नमूनाें में काेराेना के डेल्टा वैरिएंट (बी1.617.2) के खिलाफ एंटीबॉडी नहीं पाए गए। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वैज्ञानिकाें के अध्ययन में यह जानकरी सामने आई है। हालांकि अभी इस स्टडी का पीयर रिव्यू (विशेषज्ञों द्वारा समीक्षात्मक आकलन) हाेना है।
सीरम सैंपल्स की स्टडी में पाया गया है कि काेविशील्ड की पहली खुराक के बाद 58.1% में न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी नहीं देखी गई। वहीं, स्टडी काे लेकर वेल्लोर स्थित क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी विभाग के पूर्व प्रमुख डॉ टी जैकब जॉन ने कहा, “नहीं देखा गया का मतलब यह नहीं है कि एंटीबाॅडी माैजूद नहीं है।
एंटीबॉडी का स्तर काफी कम होने पर कभी-कभी इसका पता नहीं चलता। लेकिन ये माैजूद हो सकता है और व्यक्ति को संक्रमण तथा गंभीर बीमारी से बचा सकता है।’
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