पटनाः बिहार का राजधानी पटना में बीते गुरुवार को सरेआम गुंडई देखने को मिली. एक डिजिटल मीडिया के पत्रकार वेद प्रकाश को मारने के लिए फुलवारीशरीफ से लेकर एम्स और नौबतपुर के रास्ते में घंटों दौड़ाया गया. हालांकि किसी तरह पत्रकार ने भागकर अपनी जान बचाई.
मारने की नीयत से बनाया गया था प्लान
इस घटना के बाद पीड़ित पत्रकार वेद प्रकाश ने शिकायत दर्ज कराई है और सुरक्षा की मांग की है. बिहार के डीजीपी को दिए गए आवेदन में वेद प्रकाश ने अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया है. पीड़ित ने कहा कि गुरुवार की शाम वह अपनी बहन और भतीजे के साथ कार से जा रहे थे. जब वे फुलवारीशरीफ में थे तो कुछ लोगों की हरकत उन्हें ठीक नहीं लगी. वहां से वे जैसे ही निकले तो उनका पीछा किया जाने लगा. शाम के करीब पांच बजे से लेकर छह बजे के बीच उन्हें मारने की नीयत से इस तरह उनके साथ किया गया.
वीडियो, फोटो इत्यादि के रूप में हज़ारों सबूत के बावजूद नपुंसक सरकार और उसकी पालतू अधिकारियों वाली @bihar_police के कान में जू नहीं रेंग रही है!
बिहार की लाचार बेकार @NitishKumar सरकार का हर अपराध से पहले ढर्रा ही यही रहा है! और सदा यही रहेगा! pic.twitter.com/LpGNvuYHPd
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) July 1, 2021
किसी तरह मौके से भागकर वेद ने बचाई जान
इस घटना में उन्होंने अमृतांशु पर आरोप लगाया है. बताया कि अमृतांशु ही फेसबुक पर लाइव आकर सबको नौबतपुर और बीएमपी की तरफ से उन्हें घेरने के लिए निर्देश दे रहा था. काफी देर तक अमृतांशु ने पीछा किया. लेकिन किसी तरह उन्होंने अपनी जान बचाई और वह बचे.
इस मामले में वेद ने कहा कि फेसबुक लाइव पर ही आरोपी ने जातिगत बात भी कही है. इसके अलावा पत्रकारिता छोड़ा देने जैसी धमकी भी दी. पीड़ित वेद ने दिए गए आवेदन में फेसबुक लाइव वीडियो और कुछ तस्वीरें भी उपलब्ध कराई है. इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.
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