कानपुर/लखनऊ6 घंटे पहले
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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कानपुर पहुंच गए हैं। यहां सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी ने उनकी आगवानी की। यहां से वह सर्किट हाउस के लिए रवाना हो गए।
- राष्ट्रपति बचपन के दोस्त से मिलने खुद उनके घर जाएंगे
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दिल्ली के राजभवन से अपने पैतृक आवास कानपुर पहुंच गए हैं। वह महाराजा एक्सप्रेस से रात करीब 8 बजे कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। जहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। यहां से वह सर्किट हाउस पहुंच गए हैं और रात्रि में यही विश्राम करेंगे। इससे पहले झींझक में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कोविंद ने कहा कि यह दूरियां केवल प्रोटोकाल की वजह से है। दिल से मैं आप लोगों के काफी करीब हूं। कोरोना की तीसरी लहर से सभी को बचना है। ये मेरी आपसे अपील भी है कि मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें। वैक्सीन जरूर लगवाएं क्योंकि यह जीवन का कवच है।
महामहिम को सर्किट हाउस छोड़ने के बाद राज्यपाल आनंदी बेन पटेल सर्किट हाउस गेट से ही लखनऊ के लिए रवाना हो गईं जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सर्किट हाउस में राष्ट्रपति के साथ करीब आधा घंटा रुके और रात 8.30 बजे सड़क मार्ग से लखनऊ के लिए रवाना हुए।
इससे पहले महाराजा एक्सप्रेस झींझक में 15 मिनट तक रुकने के बाद रूरा में भी रुकी। राष्ट्रपति ने झींझक में कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। यहां उन्होंने कुछ लोगों से भी मुलाकात की और कहा कि यहां मैं आशीर्वाद लेने आया हूं।
राष्ट्रपति कोविंद के भाषण की मुख्य बातें-
- जिस तरह आप नागरिक हो उसी तरह मैं भी नागरिक हूं। फर्क सिर्फ इतना है कि मैं इस कतार में सबसे आगे हूं इसलिए देश का प्रथम नागरिक हूं। ये जो दूरी दिख रही है वो प्रोटोकॉल की वजह से दिल से दूरी नहीं है। यह सुनते ही पूरा पांडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
- पहले झींझक आने का कोई प्रोग्राम नहीं था। सिर्फ परौंख जाना था। वो दिल्ली से हेलीकॉप्टर से सीधे कानपुर और वहां से हेलीकॉप्टर से परौख जाना था। इसी बीच रेलमंत्री मिले और कहा कि जानकारी हुई है कि कानपुर से नजदीक स्टेशन झींझक और रूरा है।
- रेलमंत्री ने कहा कि वो चाहते हैं कि हम इसी रूट से कानपुर जाएं और इन दोनों स्टेशनों पर रुककर अपने लोगों से मिलें। इस दौरान रास्ते भर रेलवे के विकास कार्य भी देख सकें। तब यहां आना तय हुआ।
- रेल मंत्री भी साथ आना चाहते थे, लेकिन मैंने उनको मना कर दिया है, क्योंकि उनकी जिम्मेदारी बहुत है। लेकिन उनके अफसर साथ आए हैं। अगर किसी कोई समस्या हो या मांग हो तो लिखित में दे सकता है। यहां पर मंत्री, मेरे अफसर और जिले के सभी अधिकारी मौजूद हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद महाराजा एक्सप्रेस से कानपुर पहुंच गए हैं।
15 साल में ये पहली बार है जब राष्ट्रपति ट्रेन से सफर कर रहे
15 साल में ये पहली बार है जब राष्ट्रपति ट्रेन से सफर कर रहे हैं। इससे पहले 2006 में राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने दिल्ली से देहरादून तक ट्रेन से सफर किया था। डॉ. कलाम देहरादून स्थित इंडिय मिलिट्री एकेडमी की पासिंग आउट परेड में शामिल होने पहुंचे थे। अब मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने पैतृक निवास के लिए निकले हैं।
झींझक में कार्यक्रम को संबोधित करते राष्ट्रपति कोविंद, वह यहां कानपुर पहुंचने से पहले 15 मिनट के लिए रुके।
रूरा से निकलते राष्ट्रपति।
कानपुर के कार्यक्रम में बदलाव, अब खुद दोस्त के घर जाएंगे
कानपुर में राष्ट्रपति कोविंद के कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। शनिवार को राष्ट्रपति खुद अपने बचपन के दोस्त कृष्ण कुमार अग्रवाल से मिलने के लिए उनके घर जाएंगे। कृष्ण कुमार लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। पहले तय हुआ था कि कृष्ण कुमार सर्किट हाउस जाकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलेंगे, लेकिन अब इसमें बदलाव कर दिया गया है। कृष्ण कुमार अग्रवाल सर्किट हाउस के पास बने गोल्फ कोर्स के करीब रहते हैं। कृष्ण कुमार अग्रवाल महामहिम के बचपन के दोस्त है और कानपुर कपड़ा कमेटी के पूर्व अध्यक्ष। ऐसा पहली बार होगा कि राष्ट्रपति किसी से मिलने उनके घर जाए। यहां वह करीब आधा घंटा रूकेंगे।
महाराजा एक्सप्रेस से सफर कर रहे
राष्ट्रपति कोविंद महाराजा एक्सप्रेस से दिल्ली से रवाना हो गए हैं। उन्हें रेलवे स्टेशन तक ड्रॉप करने के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल खुद स्टेशन पहुंचे थे। ये देश ही नहीं दुनिया की नायाब ट्रेनों में शुमार है। उनके लिए स्पेशल 15 कोच की ट्रेन तैयार की गई है। इसमें 2 इंजन भी होंगे। ये ट्रेन झींझक और रूरा में रूकेगी।
राष्ट्रपति के कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, फर्स्ट लेडी सविता कोविंद और उनकी बेटी कानपुर स्थित अपने पैतृक निवास के लिए दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना हो चुके हैं।
- शाम 5 बजे ये ट्रेन कानपुर पहुंच जाएगी। इसके पहले ट्रेन कानपुर के रूरा और झींझक रेलवे स्टेशन पर रुकेगी। यहां राष्ट्रपति अपने पुराने साथियों से मुलाकात करेंगे।
- 27 जून को कानपुर देहात के परौंख में दो समारोह आयोजित किए जाएंगे। ये गांव राष्ट्रपति का पैतृक गांव है। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति शामिल होंगे।
- 28 जून को कानपुर सेंट्रल से राष्ट्रपति लखनऊ के लिए रवाना होंगे। यहां उनके सम्मान में राजभवन में हाई टी का आयोजन किया जाएगा।
- 29 जून को लखनऊ रेलवे स्टेशन से राष्ट्रपति वापस दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
राष्ट्रपति की महाराजा एक्सप्रेस टूंडला रेलवे स्टेशन से गुजरी। इसके लिए डीएम, एसएसपी भी मौजूद रहे।
देश के पहले राष्ट्रपति ने ट्रेन से खूब यात्रा की
देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद अक्सर रेल यात्रा करते थे। राष्ट्रपति के रूप में पद ग्रहण करने के तुरंत बाद ही वे अपनी बिहार यात्रा पर निकले थे। इस दौरान उन्होंने सीवान जिले में अपने जन्मस्थान जीरादेई का दौरा किया था। वह छपरा से जीरादेईक पहुंचने के लिए प्रेसिडेंशियल ट्रेन में सवार हुए थे, जहां ट्रेन में उन्होंने 3 दिन बिताए थे।
ट्रेन के अंदर कुछ ऐसी व्यवस्था की गई है।
ट्रेन भी पहली बार आ रही
कानपुर में महाराजा एक्सप्रेस भी पहली बार आ रही है। ये ट्रेन दिल्ली से अपने 8 दिन के पैकेज टूर पर ही रवाना होती है। ये दिल्ली, आगरा, रणथंभौर और जयपुर होते हुए अपनी यात्रा की समाप्ति दिल्ली में ही करती है। इसमें मिनिमम किराया 2 लाख से 16 लाख रुपए तक होता है। ये ट्रेन हेरिटेज ऑफ़ इंडिया, ट्रेज्रस ऑफ़ इंडिया, जेम्स ऑफ़ इंडिया, इंडियन पैनोरमा यात्रा और इंडियन स्प्लेंडर यात्रा के पैकेज पर अलग-अलग रूट पर दौड़ती है। इसमें पैकेज के हिसाब से ही डेस्टिनेशन भी शामिल हैं।
28 जून को राष्ट्रपति के सम्मान में हाई-टी
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सम्मान में 28 जून को राजभवन में हाई-टी का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा समेत कुछ प्रबुद्ध लोगों को बुलाया जाएगा। राजभवन में आगंतुकों की लिस्ट तैयार की जा रही है। हर वर्ग के प्रबुद्ध जनों को राजभवन से आमंत्रण भेजा जाएगा। राष्ट्रपति इसी दिन कुछ राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी मुलाक़ात कर सकते हैं।