[ad_1]
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
गुड़गांव5 घंटे पहले
कॉपी लिंक
वैक्सीनेशन कैम्प लगातार बंद हो रहे हैं।
बेड के लिए मरीजों के परिजन दिन भर इधर-उधर भटकते रहे
कोरोना महामारी को लेकर जिले में स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह से चरमरा गई है। कोरोना पेशेंट के मंगलवार को शहर के किसी भी अस्पताल में एक भी बेड उपलब्ध नहीं था। बेड के लिए मरीजों के परिजन दिन भर इधर-उधर भटकते रहे। अधिकतर अस्पतालों में ऑक्सीजन गैस की किल्लत बनी हुई थी।
संकट की इस घड़ी में जिला प्रशासन के अधिकारियों ने फोन उठाना भी बंद कर दिया, जिसके चलते मरीजों व परिजनों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। यहां तक की मरीजों की सुविधा व स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बनाई गई कमेटी के सदस्यों और नोडल अधिकारियों द्वारा भी फोन नहीं उठाए जाने की शिकायत रही। पीड़ितों की कोई सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में प्रशासन के सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
दूसरी तरफ, जिले में कोरोनारोधी टीकाकरण अभियान भी कुछ दिनों से धीमा होता जा रहा है। जहां पहले एक दिन में 15 से 25 हजार लोगों का टीकाकरण किया जा रहा था, वहीं अब टीकाकरण के बहुत से केंद्र बंद होने के कगार पर पहुंच चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग अधिकारी इस संबंध में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
हालांकि पांच दिन पहले कुछ केन्द्रों पर वैक्सीन खत्म होने की बात सामने आई थी। मंगलवार को जिले में 8 केंद्रों पर 1,385 लोगों को टीके लगाए गए। इसमें 705 लोगों को पहला और 680 लोगों को कोरोनारोधी दूसरा टीका लगाया गया। उप सिविल सर्जन डा. एमपी सिंह ने बताया कि जिले में 16 जनवरी से 27 अप्रैल तक 4.67 लाख लोगो को कोरोनारोधी टीका लगाया जा चुका।
गुड़गांव में पिछले छह दिन में मात्र 38 हजार को टीके लगाए गए हैं। जबकि गुड़गांव में एक-एक दिन में 25 हजार लोगों को भी वैक्सीन की डोज लगाई गई थी। लेकिन अब वैक्सीनेशन कैम्प भी लगातार बंद हो रहे हैं।
खबरें और भी हैं…
[ad_2]