[ad_1]
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
प्रतापगढ़ की पूर्व सांसद और कांग्रेस के दिवंगत पूर्व विदेश मंत्री राजा दिनेश सिंह की बेटी राजकुमारी रत्ना सिंह ने अपने पति जय सिंह सिसोदिया (69) व उनकी संपत्ति का कानूनी संरक्षक नियुक्त करने के लिए फिर कोर्ट पहुंच गई हैं। इसके लिए उन्होंने बृहस्पतिवार को दोबारा बांबे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
राजकुमारी ने पति की संपत्ति के कानूनी संरक्षक बनाए जाने के लिए पहले गार्जियन एक्ट 1890 के तहत बांबे हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। लेकिन 12 जनवरी को उन्होंने याचिका वापस ले लिया था। दरअसल, हाईकोर्ट ने उन्हें सुझाव दिया था कि वह नई याचिका दायर करें।
बृहस्पतिवार को रत्ना सिंह की नई याचिका न्यायमूर्ति ए.ए. सैय्यद व न्यायमूर्ति माधव जामदार की खंडपीठ के सामने आयी। राजकुमारी के वकील अशोक सरावगी ने कहा कि मेरी मुवक्किल को अपने पति की संपत्ति की सुरक्षा के लिए संरक्षक नियुक्ति किया जाना जरूरी है।
वह अपने परिवार के साथ रह रही हैं। जबकि सरकारी वकील पूर्णिमा कंथारिया ने सवाल किया कि याचिका में इस बात का उल्लेख नहीं है कि याचिकाकर्ता ने किस कानून के तहत राहत की मांग की है।
मामले से जुड़े दोनों पक्षों को सुनने के बाद खंडपीठ ने याचिकाकर्ता को अपने बच्चों को याचिका में पक्षकार बनाने को कहा और मामले की सुनवाई 3 फरवरी 2021 तक के लिए स्थगित कर दी। दक्षिण मुंबई में रहनेवाली रत्ना सिंह के पति सिसोदिया का फिलहाल वसई के सनशाईन वेलनेस नशामुक्ति केंद्र में उपचार चल रहा है।
प्रतापगढ़ की पूर्व सांसद और कांग्रेस के दिवंगत पूर्व विदेश मंत्री राजा दिनेश सिंह की बेटी राजकुमारी रत्ना सिंह ने अपने पति जय सिंह सिसोदिया (69) व उनकी संपत्ति का कानूनी संरक्षक नियुक्त करने के लिए फिर कोर्ट पहुंच गई हैं। इसके लिए उन्होंने बृहस्पतिवार को दोबारा बांबे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
राजकुमारी ने पति की संपत्ति के कानूनी संरक्षक बनाए जाने के लिए पहले गार्जियन एक्ट 1890 के तहत बांबे हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। लेकिन 12 जनवरी को उन्होंने याचिका वापस ले लिया था। दरअसल, हाईकोर्ट ने उन्हें सुझाव दिया था कि वह नई याचिका दायर करें।
बृहस्पतिवार को रत्ना सिंह की नई याचिका न्यायमूर्ति ए.ए. सैय्यद व न्यायमूर्ति माधव जामदार की खंडपीठ के सामने आयी। राजकुमारी के वकील अशोक सरावगी ने कहा कि मेरी मुवक्किल को अपने पति की संपत्ति की सुरक्षा के लिए संरक्षक नियुक्ति किया जाना जरूरी है।
वह अपने परिवार के साथ रह रही हैं। जबकि सरकारी वकील पूर्णिमा कंथारिया ने सवाल किया कि याचिका में इस बात का उल्लेख नहीं है कि याचिकाकर्ता ने किस कानून के तहत राहत की मांग की है।
मामले से जुड़े दोनों पक्षों को सुनने के बाद खंडपीठ ने याचिकाकर्ता को अपने बच्चों को याचिका में पक्षकार बनाने को कहा और मामले की सुनवाई 3 फरवरी 2021 तक के लिए स्थगित कर दी। दक्षिण मुंबई में रहनेवाली रत्ना सिंह के पति सिसोदिया का फिलहाल वसई के सनशाईन वेलनेस नशामुक्ति केंद्र में उपचार चल रहा है।
[ad_2]