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लखनऊ37 मिनट पहले
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सीएम योगी ने गुरुवार को लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस पर साधा निशाना।
- योगी ने देश की अस्मिता व एकता के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया
- कहा- कांग्रेस दिल्ली में कुछ और जम्मू में कुछ और बोलती है
जम्मू-कश्मीर में बने गुपकार अलायंस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कांग्रेस नेतृत्व (सोनिया गांधी) को चुनौती दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दिल्ली में कुछ और जबकि जम्मू-कश्मीर में कुछ और बोलती है। जम्मू-कश्मीर को लेकर कांग्रेस पार्टी का दोहरा रवैया है। कांग्रेस ने सदैव राष्ट्रीय अस्मिता के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व गुपकार समझौते पर अपनी राय स्पष्ट क्यों नहीं कर रहा है? इसका जवाब देश जानना चाहता है।
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर उन तत्वों को प्रेरित करती है, जो अलगाववाद को बढ़ावा देते हैं। जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर कांग्रेस का वही चेहरा सामने आया है। इसके लिए कांग्रेस पार्टी ही जिम्मेदार है, जिसने एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार नहीं होने दिया। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को छल से लागू करके जम्मू कश्मीर में न केवल अलगाववाद को बढ़ावा दिया, बल्कि पूरे देश में आतंकवाद को प्रेरित व प्रोत्साहित किया। देश आभारी है पीएम मोदी व गृहमंत्री शाह का, जिन्होंने पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 व धारा 35 ए को खत्म करते हुए एक भारत व श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार किया।
विकास का पैसा खा जाते थे कांग्रेसी, गुपकार गैंग के साथ बेशर्मी से खड़ी कांग्रेस
- सीएम योगी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के विकास को जाने वाला पैसा वहां के लोकल नेता व कांग्रेसी नेता खा जाते थे। अब गुपकार समझौते के माध्यम से देश की सुरक्षा और अखंडता पर प्रहार किया जा रहा है। जम्मू कश्मीर में विकास की प्रक्रिया में कांग्रेस क्यों बाधक बन रही है? कांग्रेस नेतृत्व से देश जानना चाहता है कि कांग्रेस पार्टी का गुपकार समझौते को क्यों समर्थन मिल रहा है। कांग्रेस को देश के सामने स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। देश में सर्वाधिक समय तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी के इस कृत्य पर देश कभी माफ नहीं करेगा।
- जम्मू कश्मीर के लोगों को आजादी के बाद से विकास से जुड़ने न देने की कांग्रेस की मंशा पर पानी फिरता देख कांग्रेस बौखला गई है। कहीं विकास के साथ ये लोग जुड़ न जाएं, इसीलिए अलगाववादियों के साथ पूरी बेशर्मी के साथ कांग्रेस खड़ी हो गई है। कांग्रेस नेतृत्व को जम्मू कश्मीर पर अपनी स्थिति को स्पष्ट करना चाहिए। उन्हें कोई अधिकार नही जो विकास के रास्ते मे बाधा डालें, कांग्रेस का दोहरा चरित्र सामने आ गया है।
क्या है गुपकार डिक्लेरेशन?
श्रीनगर के गुपकार रोड पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला का घर है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने के एक दिन पहले 4 अगस्त, 2019 को आठ स्थानीय दलों ने यहां बैठक की थी। इसमें एक प्रस्ताव पारित किया गया था। उसे ही गुपकार डिक्लेरेशन कहा गया। गुपकार डिक्लेरेशन में आर्टिकल-370 और 35ए की बहाली के साथ ही जम्मू-कश्मीर के लिए राज्य का दर्जा मांगा गया है। सहयोगी दलों के सबसे सीनियर नेता होने के नाते डॉ. फारूक अब्दुल्ला को इसका अध्यक्ष बनाया गया है। इसकी एक वजह उनकी पार्टी का मजबूत कैडर होना भी है।
गठबंधन में 6 पार्टियां शामिल
गुपकार डिक्लेरेशन को अमलीजामा पहनाने के लिए छह दलों ने हाथ मिलाया है। इनमें डॉ. फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस, महबूबा मुफ्ती की अगुआई वाली पीडीपी के अलावा सज्जाद गनी लोन की पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट और माकपा की स्थानीय इकाई शामिल है।