- बाइक से जा रहे युवक का ट्रक के पहिए में दबने से शरीर का आधा हिस्सा चुरा हाे गया
दैनिक भास्कर
Jul 04, 2020, 05:30 AM IST
शाजापुर/बेरछा.
बेरछा निवासी 23 वर्षीय युवक समीर की उत्तरप्रदेश के बस्ती के पास दर्दनाक हादसे में मौत हो गई। हादसा 1 जुलाई की रात साढ़े आठ बजे के लगभग तब हुआ, जब ट्रक का पंचर पहिया बदलते समय दूसरे वाहन का टल्ला लग गया। दुर्घटना में समीर के शरीर का आधा हिस्सा पूरी तरह चुरा गया, लेकिन उसमें जान बाकी थी। मौत के पहले उसने मां और पत्नी से अपने मोबाइल से बात करते हुए पहले हिम्मत बढ़ाई और बाद में अपने लिए सिपारे पढ़ने का कहकर मौत की गहरी नींद साे गया। इधर, शुक्रवार को समीर का शव बेरछा पहुंचा तो पूरा शहर गमगीन हो गया।
मौत के पहले समीर और उसके अपनों से हुई बातचीत का यह ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसने भी यह ऑडियो सूना वह दंग रह गया। ऑडियो में समीर अपनी मां और पत्नी को समझा रहा था कि उसके जाने के बाद पूरे परिवार का ध्यान रखना। अपने बेटे की आखिरी आवाज सून कर सलमा बी और पत्नी तमन्ना बी की दुनिया ही उजड़ गई। मोबाइल पर बस चीख पुकार ही सुनाई देती रही, और उधर समीर ने आंखें बंद कर ली। अन्य वाहन चालकों की मदद से घायल समीर काे बाहर निकाला गया और गोरखपुर ले जाया जा रहा था कि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। समीर का शव प्राइवेट एम्बुलेंस से शुक्रवार को बेरछा पहुंचा। जिसे स्थानीय कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया गया। समीर के परिवार में माता-पिता, एक छोटा भाई, पत्नी अाैर एक 9 माह की बच्ची है।
मां को विश्वास नहीं हुआ
करीब 5 मिनट 43 सैकंड की ऑडियो की शुरुआत मां और समीर की बातचीत से हुई। समीर ने अपनी मां से सीधे कहा कि तमन्ना (पत्नी) का ध्यान रखना, अब वह जिंदा नहीं बचेगा। यह सून मां सलमा बी ने तो पहले कह दिया कि काैन पागल बात कर रहा है, लेकिन अनहोनी का आभास होते ही मोबाइल फोन उनके हाथ से छूट गया।
बेटी का ध्यान रखना
विलाप करती अपनी सास की आवाज सून तमन्ना भी पहुंची और अपने पति की खैरियत की दुआ करने लगी। दूसरी बार जब समीर की आवाज आई समीर तमन्ना से यही कह रहा था कि मेरे ऊपर से गाड़ी निकल गई है, मेरा शरीर चुरा गया। मेरी जान मेरी याद में सिपारे पढ़ते रहना और बेटी माहेनूर (9) माह का ध्यान रखना।
पापा आप रोना मत
समीर की आखिरी बात उसके पिता से हुई। समीर ने पिता को हादसे की जानकारी दी, परिवार को संभालने की बात कहते हुए कहा कि पापा आप रोना मत, मैं मरने वाला हूं। और हां गाड़ी बेचना नहीं, आपको ही इसे चलाना है। ज्ञात रहे समीर के पिता लकवे से ग्रसित है और उनका इलाज चल रहा था। उत्तरप्रदेश का भाड़ा ले जाने के पहले ही समीर ने पिता से कहा था जल्दी ठीक हो जाओ।