May 8, 2024 : 6:25 AM
Breaking News
लाइफस्टाइल

पुराने जख्मों को ठीक करने वाला स्मार्ट बैंडेज, रिमोट से घाव तक पहुंचती है दवा

  • हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के डॉ अली तामायोल ने तैयार किया खास सुइयों वाला बैंडेज
  • बैंडेज में मौजूद सुइयों से क्षतिग्रसत हिस्से तक पहुंचाई जाती है दवा

दैनिक भास्कर

Feb 18, 2020, 05:16 PM IST

लाइफस्टाइल डेस्क. अमेरिकी वैज्ञानिकों ने ऐसा स्मार्ट बैंडेज बनाया है जो पुराने और गंभीर जख्म को भर देता है। बैंडेज के अंदर ऐसी सुइयों को प्रयोग किया गया है जो वायरलेस तरीके से दवाओं को जख्म तक पहुंचाती हैं और उसे ठीक करती हैं। बैंडेज का इस्तेमाल डायबिटीज के मरीजों पर भी किया जा सकता है।

डॉक्टर दवाओं को कंट्रोल करेगा
स्मार्ट बैंडेज को अमेरिका की कनेक्टिकट यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने मिलकर तैयार किया गया है। शोधकर्ता प्रो. अली तामायोल के मुताबिक, यह खास किस्म का बैंडेज है जिसे जख्म पर लपेटते हैं। डॉक्टर के पास इसका रिमोट कंट्रोल होता है। जिसकी मदद से समय-समय पर घाव में अंदरूनी हिस्से तक दवा पहुंचाई जाती है।

बार-बार क्लीनिक जाने की जरूरत नहीं
शोधकर्ता के मुताबिक, क्षतिग्रस्त टिश्यू में जैसे-जैसे सुधार होगा दवाओं को उसी के मुताबिक रिलीज कराया जाएगा। बार-बार घाव को भरने के लिए बैंडेज बदलने की जरूरत नहीं पड़ती। एक बार इसे जख्म पर लगाने के बाद डॉक्टर के पास चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

वायरलेस स्मार्ट बैंडेज।

डायबिटिक लोगों के लिए है काफी असरदार
आम लोगों की तुलना डायबिटीज़ के मरीज़ों के जख्म धीमी गति से भरते हैं, इसलिए उनके इलाज में काफी सावधानी बरतनी पड़ती है। डायबिटिक लोगों के जख्म में संक्रमण की आशंका ज्यादा रहती है। ऐसे मामलों में भी यह बैंडेज एक समान काम करेगा।

चूहों पर किया गया था पहला टेस्ट
स्मार्ट बैंडेज का सबसे पहला इस्तेमाल चूहों पर किया गया था। शोध में शामिल चूहों के जख्म काफी गहरे थे और साथ ही उनकी स्किन भी काफी मोटी थी। इन सब के बावजूद इस बैंडेज ने बेहतरीन असर दिखाया। इसके इस्तेमाल से जख्म के बाद पड़ने वाला निशान भी काफी हल्का था। डायबिटिक चूहों पर भी ये प्रयास काफी सफल रहा था।

पुराने तरीकों से ज्यादा है असरदार
ये बैंडेज दिखने में भले ही सामान्य हो मगर इसके अंदर बारीक सुइयों में दवाइयां भरी हैं। पहले निडिल से जख्म को खोला जाता है और उसमें दवाइयां डाली जाती हैं। बाहरी दवाइयां लगाने से उनका असर अंदर की स्किन लेयर तक नहीं हो पाता है जिससे पुराने बंद जख्मों को ठीक करना काफी मुश्किल था। मगर इस तकनीक से पुरानी और गंभीर चोटों को भी ठीक किया जा सकता है। 

Related posts

साउंड हीलिंग करेगा आपकी मानसिक आशांति को दूर

News Blast

अधिकमास में भगवान विष्णु की पूजा करने की है परंपरा, विष्णुजी के 5 मंत्र और जाप करने की सरल विधि

News Blast

राशिफल: सूर्य का राशि परिवर्तन 15 जून को, वृष, कुंभ राशि के लोग लाभ में रहेंगे, मीन राशि के लोग सतर्क करें

Admin

टिप्पणी दें