- क्या वायरल : थाइलैंड के डॉक्टर्स ने 48 घंटे में कोरोनावायरस के मरीज को एंटी-फ्लू और एंटी-एचआईवी ड्रग से पूरी तरह ठीक किया।
- क्या सच : मरीज पूरी तरह ठीक नहीं हुआ है सिर्फ हालत में सुधार हुआ है, थाइलैंड मिनिस्ट्री ने इसकी पुष्टि भी की थी।
दैनिक भास्कर
Feb 18, 2020, 03:47 PM IST
फैक्टचेक डेस्क. सोशल मीडिया पर ऐसी कई पोस्ट शेयर की जा रही हैं जिनमें दावा किया गया है कि थाईलैंड के डॉक्टरों ने कोरोनावायरस के संक्रमित मरीज को पूरी तरह ठीक कर लिया है। मरीज को 48 घंटे के अंदर एंटी-एचआईवी ड्रग से ठीक करने का दावा किया गया है। जानिए इस खबर का पूरा सच…
क्या वायरल : 48 घंटे में मरीज को ठीक करने का दावा
- फेसबुक पर ‘It’s Not Rocket Science’ नाम के पेज पर एक तस्वीर शेयर की गई है। तस्वीर में दो महिला डॉक्टर हैं जो लैब में काम करती नजर आ रही हैं। एक मैसेज के साथ यह तस्वीर 11 फरवरी को फेसबुक पेज पर पोस्ट की गई थी। जिसमें मरीज को ठीक करने के लिए डॉक्टर्स का शुक्रिया भी अदा किया गया है।
- तस्वीर में लिखा है, मामला सामने आने के 48 घंटे के अंदर मरीज को एंटी-वायरल ड्रग दी गई हैं जिसमें एंटी-फ्लू और एंटी-एचआईवी की Oseltamivir और lopinavir दवाओं का कॉम्बिनेशन तैयार किया गया था।
- तस्वीर में लोगों ने पॉजिटिव कमेंट किए। यूजर्स का कहना है कि अब थाइलैंड को इस उपलब्धि के लिए भी जाना जाएगा। तस्वीर लिए जाने तक 282 बार शेयर हो चुकी थी।
- ऐसा ही एक दावा, The Beings of light नाम के ट्विटर हैंडल से 11 फरवरी को किया गया है। पोस्ट में लिखा है तीन दवाओं को मिलाकर कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज को पूरी तरह ठीक किया गया है। फिर क्यों चीन अपने ही लोगों को मरने दे रहा है। डब्ल्यूएचओ कहता है कोरोनावायरस दुनिया की 60 फीसदी आबादी तक पहुंच सकता है।
क्या सच : अब तक कोरोनावायरस की दवा बनी ही नहीं
- कोरोनावायरस के मरीज को 48 घंटे के अंदर पूरी तरह से ठीक करने का दावा गलत है। 2 फरवरी 2020 को थाइलैंड की पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्री ने प्रेस कॉफ्रेंस के जरिए इस मामले की पूरी जानकारी दी थी। उनका कहना था मरीज को दवा देने के 48 घंटे में सुधार देखने को मिला है।
- थाइलैंड मिनिस्ट्री के मुताबिक, एंटी-फ्लू ड्रग oseltamivir और एंटी-एचआईवी ड्रग lopinavir व ritonavir को मिलाकर दवा का एक कॉम्बिनेशन (कॉकटेल ड्रग) तैयार करके मरीज को दिया गया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए डॉ. क्रियन्गसेक एटीपॉर्नवेनिच ने कहा, मेरे पास गंभीर स्थिति में भी मरीजों को इलाज करने का अनुभव है। इलाज के परिणाम संतोषजनक साबित हुए हैं। 48 घंटे के अंदर मरीज की हालत में तेजी से सुधार हुआ है।
- डॉ. क्रियन्गसेक ने कहा, 10 दिन पहले वो मरीज अस्पताल में आया था। उसकी हालत काफी खराब हो रही थी। सांस लेने के लिए रेस्पिरेटर की जरूरत थी। लेकिन जब उसे कॉकटेल ड्रग दिया गया तो उसमें सुधार देखा गया। बुखार में कमी आई। उसे वापस भूख लगनी शुरू हुई।
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- थाइलैंड की पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्री ने इस पर एक लेख भी जारी किया है। जिसमें साफतौर पर लिखा है कि थाइलैंड के डॉक्टर्स ने नए कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज का इलाज किया है और 48 घंटे के अंदर हालत में सुधार हुआ है। लेकिन कहीं भी पूरी तरह से वायरस खत्म होने की बात नहीं कही गई है।
- 14 फरवरी को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बयान दिया और कहा “कोरोनावायरस को खत्म करने की अब तक कोई दवा नहीं तैयार हो पाई है।” इतना ही नहीं डब्ल्यूएचओ ने सोशल मीडिया पर कोरोनावायरस को लेकर चल रहीं कई खबरों का खंडन भी किया।
- डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, मरीजों को उनके लक्षणों के आधार पर सपोर्टिव ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। वायरस से निपटने के लिए कुछ खास तरह के इलाज की टेस्टिंग की जा रही है। अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने भी अब तक कोरोनावायरस के लिए एंटी-वायरल ट्रीटमेंट न तैयार होने की बात कही है।