- एलजी को पत्र लिख 2006 के प्रारूप पर दोबारा विचार करने को कहा
दैनिक भास्कर
Jun 26, 2020, 04:20 AM IST
नई दिल्ली. दिल्ली में कोरोना संक्रमितों के आकड़े की रफ्तार लगातार बढ़ते जा रही है। इसके फैलाव को रोकने के लिए केन्द्र और दिल्ली सरकार लगातार कदम उठा रही है। अब सेव अवर सिटी कैंपेन से जुड़े दिल्ली के रेसिडेंस वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण का कारण मास्टर प्लान- 2021 को बताया है।
जिसमें 2005 से अब तक 250 से ज्यादा संशोधन होने से शहर में कोई जगह रहने के लिए सुरक्षित नहीं बचने का आरोप लगाया गया है। इसके लिए उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र लिखकर मास्टर प्लान के 2006 के प्रारूप पर दोबारा विचार करने के लिए कहा गया है।
जिससे नए मास्टर प्लान में सुधार कर कोरोना माहमारी जैसी आने विपदाओं समेत भूकंप से होने वाले नुकसान हो रोका जा सके। सेव अवर सिटी कैंपेन के कन्वीनर राजीव काकरिया ने बताया कि दिल्ली के पहले मास्टर प्लान 1962 का बिल्डिंग बॉय लॉज हेल्थ मिनिस्ट्री ने बनाया था।
इसमें बिल्डिंग के डिजाइन से ज्यादा उसके अंदर रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर तैयार किया गया था। जिसमें सड़क की चौड़ाई के अनुसार उसके पास बनने वाली बिल्डिंग की ऊंचाई तय की गई। यहीं कारण है कि मास्टर प्लान से बने अपार्टमेंट/सोसायटी और पॉश इलाको से कम मामले सामने आ रहे है।