- इनक्यूबेटेड स्टार्टअप ispAgro द्वारा डिजाइन यह रोबोटिक बांह ड्रोन और रोबोटिक टेक्नोलॉजी पर केंद्रित है
- इंस्टिट्यूट की इस उपलब्धि को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी सराहा है
दैनिक भास्कर
May 31, 2020, 11:02 AM IST
देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोनावायरस के साथ ही कोरोना की जांच के लिए सैंपल कलेक्शन का काम भी तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) कोझिकोड के एक इंवेंशन के जरिए यह काम और भी आसान और सुरक्षित हो सकता है। इस इन्वेंशन के बाद मैनुअल स्वैब कलेक्शन, जिसमें शारीरिक संपर्क के जरिए सैंपल जमा किए जाते है, से अब निजात मिल सकती है।
एंड्रॉयड ऐप से होता है कंट्रोल
दरअसल, इंस्टीट्यूट ने एक रोबोटिक आर्म (बांह) तैयार की है, जो खुद ही मरीजों के सैंपल कलेक्ट कर सकता है। 180 डिग्री रोटेशन के साथ इस रोबोट बांह की पकड़ कम से कम 1 मीटर तक बढ़ाई जा सकती है। इसके अलावा इस कृत्रिम बांह और उसके संचालन की गति को एंड्रॉयड ऐप के जरिए आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। इस रोबोट को आईआईएम कोझिकोड में एक इनक्यूबेटेड स्टार्टअप ispAgro द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है, जो कि ड्रोन और रोबोटिक टेक्नोलॉजी पर केंद्रित है।
शिक्षा मंत्री ने की सराहना
इंस्टिट्यूट की इस उपलब्धि को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी सराहा है। उन्होंने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर इसका एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा- आईआईएम कोझिकोड के इनक्यूबेट स्टार्टअप ने कोविड-19 स्वैब कलेक्शन रोबोट तैयार किया है, जो पहले से और ज्यादा तेजी और सुरक्षा के साथ नमूने कलेक्ट कर सकता है।
IIM Kozhikode incubatee startup has developed #COVID Swab Collection Robot, #Coronawarrier that collects samples using a robotic arm. Other features include android app mobile control, special soft grip feature for kids, etc. This could make testing safer & quicker.
Well done!? pic.twitter.com/2MFrvwMR1T— Dr Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) May 29, 2020