- उत्तर प्रदेश के कुख्यात बदमाश बलराज भाटी गैंग के गुर्गे पेट्रोल पंप लूटने आए थे दिल्ली
- आरोपियों से एक पिस्टल, दो देशी कट्टा, 9 कारतूस और एक बटनदार चाकू बरामद
दैनिक भास्कर
Jun 03, 2020, 07:51 AM IST
नई दिल्ली. द्वारका सैक्टर-17 स्थित पेट्रोल पंप को लूटने की योजना को अंजाम देने के लिए रेकी करने पहुंचे 4 बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए बदमाशों की पहचान नकुल चौहान, सोनू कुमार, शिवम और इमरान के रुप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास 1 पिस्टल, 2 देशी कटटा, 9 कारतूस और 1 बटनदार चाकू बरामद किया है। चारों आरोपी उत्तर प्रदेश के बलराज भाटी गैंग से जुड़े हैं।
डीसीपी आंटो अल्फोंस ने बताया कि द्वारका नॉर्थ एसएचओ संजय कुंडू की टीम को सूचना मिली कि कुछ लोग एक गाड़ी में बैठे है और उनके पास हथियार मौजूद हैं। पुलिस टीम ने सूचना को पुख्ता करने के बाद बदमाशों की गाड़ी को ट्रैक किया और उन्हें बिना नंबर प्लेट की एक गाड़ी दिखाई दी। पुलिस टीम ने इस गाड़ी को रूकने का इशारा किया और बिना देर किए बदमाशों को दबोच लिया। गाड़ी की तलाशी लेने पर पुलिस टीम को हथियार बरामद किए।
पंप के पूर्व कर्मचारी की मदद से रची लूट की साजिश
आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि गिरफ्तार आरोपी नकुल ने 2 साल पहले इस पेट्रोल पंप पर 3 माह के लिए काम किया था। ऐसे में नकुल ने बलराज भाटी गैंग के कुख्यात रोबिन को इसके बारे में जानकारी दी। जिसके बाद इस पेट्रोल पंप को लूटने की साजिश रची गई। लूट से पहले रोबिन ने खुद को यूपी पुलिस के सामने सरेंडर किया और जेल चला गया। उसके बाद अपने चारों साथियों को दिल्ली में पंप लूटने के लिए भेज दिया। नकुल, सोनू, शिवम और इमरान के साथ द्वारका सैक्टर-17 पंप की रैकी करने के लिए पहुंच गए। इसी दौरान उन्हें पुलिस ने दबोच लिया।
सरपंच का चुनाव लड़ना चाहता था पकड़े गए बदमाशों की गैंग का सरगना रोबिन
पेट्रोल पंप लूटने के लिए रैकी करते समय पकड़े गए बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि उनका सरगना रोबिन उत्तर प्रदेश से आगामी सरपंच का चुनाव लड़ना चाहता था। जिसके चलते वह पैसा जमा कर रहे हैं। पैसा जमा करने के लिए वह कई जगहों पर लूट की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। इसी कड़ी में वह दिल्ली में पैट्रोल पम्प लूटने के लिए आए थे। लेकिन लूट की वारदात को अंजाम देने से पहले ही बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
अपनी मौत की झूठी अफवाह फैलाने वाला नेशनल खिलाड़ी मेरठ से पकड़ा
खुद को मरा हुआ बताकर अपने परिवार को इंश्योरेंस का पैसा दिलवाने और कर्जदारों से मुक्ति दिलवाने की कोशिश करने वाले एक शातिर नेशनल प्लेयर को रोहिणी जिला स्पेशल स्टॉफ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान दीपक डबास उर्फ विक्की के रूप में हुई है। डीसीपी प्रमोद कुमार मिश्रा ने बताया कि गत 15 मई के दिन पुलिस को बवाना कंझावला रोड पर पुलिस को एक जली हुई हालत में कार मिली थी। जिसमें से किसी की बॉडी नहीं मिली थी। कार दीपक डबास उर्फ विक्की की पता चली जो कंझावला इलाके में रहता था। दीपक के परिवार वालों को वारदात की जानकारी दी।
जिन्होंने बताया कि दीपक ही कार लेकर गया था। लेकिन दीपक कहां है किसी को नहीं पता था। परिवार वालों ने बताया कि दीपक और उसकी पत्नी पावर लिफ्टिंग में नेशनल प्लेयर रहे हैं। दोनों इलाके में ही एक जिम चलाते हैं। दोनों बच्चों को ट्रेनिंग दिया करते हैं। स्पेशल स्टॉफ में तैनात ईश्वर सिंह की देखरेख में पुलिस टीम को जांच का जिम्मा सौंपा गया। परिवार से पुलिस ने दीपक के बैंक खाते एटीएम के बारे में जानने की कोशिश की।
इस बीच पता चला कि दीपक ने कई लोगों से लाखों रुपए ब्याज पर लिए हुए थे। लेकिन उसको कोई धमकी नहीं आ रही थी। पुलिस ने उसके फोन को सर्विलांस पर लगाया। इस बीच पता चला कि दीपक के एटीएम से किसी ने हरिद्वार स्थित एटीएम से ढाई हजार रुपए निकाले हैं। पुलिस टीम उसी एटीएम पर पहुंची। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में दीपक को अकेला देखकर हैरान रह गई। एक पुख्ता सूचना पर ट्रेन से दिल्ली आते हुए मेरठ में ही पकड़ लिया।
मरा हुआ समझकर इंश्योरेंस कंपनी पॉलिसी दे देगी
दीपक से पूछताछ करने पर पता चला कि उसपर लाखों रुपए का कर्जा है। वह चाहता था कि उसका कर्जा किसी तरह से उतर जाए। इसके लिए उसने कार मौके पर ले जाकर खुद जला दिया। वह लॉकडाउन की वजह से ही हरिद्वार पैदल ही चला गया। वह चाहता था, इंश्योरेंस कंपनी उसको मरा हुआ पाकर परिवार को उसकी एक्सीडेंटल पॉलिसी दे देगी और कर्जदार भी अपना कर्जा भूल जाएंगे। वह परिवार के संपर्क में रहकर दिल्ली से अलग रहने लगेगा।