- अब नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, सीपीए और बिजली कंपनी के अमले को सिखाया जाएगा कटाई-छंटाई का तरीका
दैनिक भास्कर
Jun 18, 2020, 04:00 AM IST
भोपाल. राजधानी में हर बरसात के मौसम में 50 से ज्यादा पेड़ गिर जाते हैं, इसमें से ज्यादातर की वजह बेतरतीब कटाई और छंटाई होना है। नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, सीपीए और बिजली कंपनी का अमला अपनी जरूरत के हिसाब से पेड़ को काटते- छांटते हैं। नतीजा- पेड़ किसी एक दिशा में झुक जाता है और अपने ही भार से गिर जाता है।
इस स्थिति से बचाव के लिए पेड़ों की कटाई-छंटाई करने वाले विभागों के मैदानी अमले को अब इसका तरीका सिखाया जाएगा। इन्हें बताया जाएगा कि पौधे को रोपने के साथ ही उसकी देखरेख जरूरी है। पिछले दिनों कमला पार्क में बरगद का कम से कम 200 साल पुराना पेड़ गिरने की घटना से पेड़ों की रक्षा की तरफ ध्यान गया है।
शहर में ऐसे कई पेड़ हैं, जो अपने आकार और भार के कारण कभी भी गिर सकते हैं। इन्हें बचाया जाना जरूरी है। हर साल पेड़ की एक निश्चित मौसम में कटाई-छंटाई होना चाहिए, ताकि वह एक निश्चित शेप में बढ़ सकें। पेड़ की अनचाही शाखाएं हटाने से आप उसकी एनर्जी भी बचा सकते हैं और वह बेहतर फल-फूल देता है।
इस कटाई- छंटाई के दौरान क्या सावधानियां बरती जाना चाहिए, कटाई- छंटाई के बाद किस दवा का, किस तरह से उपयोग किया जाना चाहिए और इस कटाई- छंटाई में किन टूल्स का इस्तेमाल होता है, यह भी बताया जाएगा। नए पौधों के साथ पुराने पेड़ों की कटाई- छंटाई में बरती जाने वाली सावधानियां भी बताई जाएंगी। इस सबके लिए शुक्रवार को गुलाब उद्यान में एक वर्कशॉप आयोजित की ज रही है। इस वर्कशॉप में पेड़ की कटाई-छंटाई में लगे सरकारी विभागों और एजेंसियों को बुलाया गया है। यदि कोई आम व्यक्ति भी इस वर्कशॉप में प्रशिक्षण लेना चाहे तो वे भी आ सकते हैं। – कल्पना श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव (उद्यानिकी)