- देश के दो बड़े शैक्षणिक संस्थान आईआईटी दिल्ली और एनआईटी वारंगल के बीच गुरुवार को एमओयू हुआ साइन
दैनिक भास्कर
Jun 05, 2020, 11:09 AM IST
नई दिल्ली.
देश के दो बड़े शैक्षणिक संस्थान आईआईटी दिल्ली और एनआईटी वारंगल के बीच एक एमओयू साइन हुआ है। यह एमओयू रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। इसके तहत एनआईटी वारंगल से पास बीटैक के विद्यार्थी सीधे आईआईटी दिल्ली में प्रोजेक्ट वर्क और फिर पीएचडी कर सकेंगे।
छठे सेमेस्टर में 8 सीजीपीए जरूरी
इस एमओयू के साइन होने से आईआईटी दिल्ली के डायरेक्टर प्रोफेसर वी रामगोपाल राव और एनआईटी वारंगल के डायरेक्टर एनवी रामान राव बहुत खुश हैं। दोनों का कहना है कि इस एमओयू से अच्छे रिसर्च हो पाएंगे और छात्रों को भी पढ़ाई का बढ़िया वातावरण मिलेगा। एमओयू के मुताबिक एनआईटी वारंगल के ऐसे छात्र जिनके छठे सेमेस्टर के बाद सीजीपीए 8 प्वाइंट होगा, उन्हें ही इस सुविधा का फायदा मिलेगा।
नौकरी पर फोकस करते हैं छात्र
इन स्टूडेंट्स के लिए गेट परीक्षा पास करने की अनिवार्यता नहीं रहेगी। इसके अलावा अन्य शोध कार्यों पर भी संयुक्त काम होगा। प्रो. राव के मुताबिक, दोनों प्रौद्योगिकी संस्थान हैं, लेकिन एनआईटी में दाखिला जेईई मेन और आईआईटी में जेईई मेन के बाद जेईई एडवांस परीक्षा पास करने के आधार पर मिलता है। दरअसल, दोनों ही इंस्टिट्यूट के स्टूडेंट पीएचडी की बजाय बीटेक के बाद नौकरी पर फोकस करते हैं।