- एलआईसी द्वारा कंपनियों में निवेश गिरकर 3.8 प्रतिशत पर आ गया है
- 31 दिसंबर 2017 को कुल निवेश मूल्य 6.27 लाख करोड़ रुपए था
दैनिक भास्कर
Jun 03, 2020, 05:41 PM IST
मुंबई. देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी और बाजार की दिग्गज निवेशक भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी घटा दी है। वर्तमान हिस्सेदारी अब तक के निचले स्तर पर आ चुकी है। यह 3.8 प्रतिशत रह गई है। पिछले कुछ सालों में उसके निवेश के मूल्य में 1.7 लाख करोड़ रुपए की कमी आई है।
31 दिसंबर 2019 को निवेश का कुल मूल्य 6.04 लाख करोड़ रुपए
एनएसईइंफोबेस डॉटकॉम के आंकड़ों के मुताबिक लिस्टेड भारतीय कंपनियों में एलआईसी की ओनरशिप 31 मार्च को 3.88 प्रतिशत के निचले स्तर पर आ गई है। आंकड़ों के मुताबिक लिस्टेड शेयरों में एलआईसी होल्डिंग्स का मूल्य 31 दिसंबर 2019 को 6.04 लाख करोड़ से गिरकर 31 मार्च 2020 को 4.24 लाख करोड़ रुपए हो गया। फ्री-फ्लोट आधार पर, भारतीय कंपनियों में एलआईसी की ओनरशिप 7.85 प्रतिशत के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गई।
30 जून को सबसे अधिक थी ओनरशिप
लिस्टेड कंपनियों में इसकी ओनरशिप 30 जून, 2012 को सबसे अधिक थी, जब यह 5 प्रतिशत तक पहुंच गई थी। प्रतिशत में देखें तो 31 मार्च को एलआईसी की होल्डिंग 4.49 प्रतिशत थी। 31 मार्च 2018 को यह गिरकर 4.17 प्रतिशत पर आ गई। जबकि 31 मार्च 2019 में यह 4.20 प्रतिशत हो गई। 2020 मार्च में यह गिरकर 3.88 प्रतिशत पर आ गई। मूल्य के हिसाब से देखें तो एलआईसी का वैल्यू 31 दिसंबर 2017 में 6.27 लाख करोड़ रुपए था। यह एलआईसी का सबसे ज्यादा वैल्यू के निवेश वाला समय था।
एलआईसी ने हाल में बेची है कई कंपनियों में हिस्सेदारी
कई सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और कर्ज़ से लदे संस्थाओं में एलआईसी ने अपने निवेश निकाल लिए हैं। भारतीय शेयरों में सबसे प्रभावशाली विपरीत निवेशक के रूप में समझे जाने वाले, एलआईसी की पोजीशन पर घरेलू म्यूचुअल फंड आ गए हैं। एलआईसी के पोर्टफोलियो में जो शेयर हैं, उसमें महामारी की वजह से बिक्री के दौरान भारी गिरावट देखी गई।
एलआईसी का वैल्यूएशन 10 से 11.5 लाख करोड़ रुपए
टाटा मोटर्स, टाटा केमिकल्स, इंडियाबुल्स हाउसिंग, एडलवाइस फाइनेंशियल, जीआईसी हाउसिंग, केनरा बैंक, फ्यूचर ग्रुप और अनिल अंबानी नियंत्रित फर्मों जैसी कंपनियों में एलआईसी की होल्डिंग्स में मार्च तिमाही में 50 फीसदी से 70 फीसदी के बीच गिरावट आई। सरकार ने इस वित्तीय वर्ष में एलआईसी को लिस्ट करने की महत्वाकांक्षी योजना बनाई है। एलआईसी का वैल्यूएशन फिलहाल 10 से 11.5 लाख करोड़ रुपए आंका जा रहा है।