- यूएन में ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) की वर्चुअल मीटिंग हुई
- पाकिस्तान ने हमेशा की तरह भारत को घेरने की साजिश रची, मालदीव ने दो टूक जवाब दिया
दैनिक भास्कर
May 22, 2020, 11:40 PM IST
न्यूयॉर्क. पाकिस्तान को एक बार फिर दो बड़े मंचों पर मुंह की खानी पड़ी। यूएन में ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) की वर्चुअल मीटिंग हुई। पाकिस्तान ने इसमें आरोप लगाया कि भारत में इस्लामोफोबिया फैलाया जा रहा है। मालदीव ने दो टूक शब्दों में पाकिस्तान की साजिश को न सिर्फ नाकाम कर दिया बल्कि उसे आईना भी दिखाया। मालदीव ने कहा- सोशल मीडिया पर चंद लोग जो हरकतें या बयानबाजी करते हैं, उसे 130 करोड़ भारतीयों की राय नहीं समझा जा सकता।
पाकिस्तान की साजिश
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, हाल के दिनों में देखा गया है कि सोशल मीडिया पर कई पाकिस्तानी यूजर्स भारत के खिलाफ प्रोपेगंडा चला रहे हैं। इसमें कहा जा रहा है कि भारत में मुस्लिमों के लिए कोई जगह नहीं बची। वहां इस्लामोफोबिया फैल रहा है। भारत में पाकिस्तान की इस हरकत को साजिश के तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल, पाकिस्तान झूठ फैलाकर भारत और अरब देशों के बीच खाई पैदा करना चाहता है। अरब देशों की बड़ी हस्तियों को भारत के खिलाफ भड़काने की साजिश हो रही है। ओआईसी में भी पाकिस्तान ने यही चाल चली। उसके प्रतिनिधी मुनीर अकरम में भारत पर कई आरोप लगाए।
20 करोड़ मुस्लिम हैं भारत में
पाकिस्तान की इन हरकतों का जवाब मालदीव ने दिया। यूएन में उसकी स्थायी प्रतिनिधी थिलमीजा हुसैन ने कहा, “कुछ भटके हुए लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर फैलाई गई बातें भारत के 130 करोड़ लोगों की राय नहीं हो सकती। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। वहां कई धर्मों के लोगों के अलावा 20 करोड़ मुस्लिम भी रहते हैं। ऐसे में इस्लामोफोबिया की बात करना ही बेकार है। क्योंकि, इसमें कोई तथ्य नहीं है।”
भारत का दूसरा बड़ा मजहब है इस्लाम
मालदीव की प्रतिनिधी ने कहा, “भारत में सदियों से इस्लाम है। वहां हर मजहब के लोग मिलजुलकर रहते हैं। किसी को यह नहीं भूलना चाहिए कि इस्लाम भारत का दूसरा सबसे बड़ा मजहब है। भारत की कुल आबादी का 14.2 फीसदी मुस्लिम हैं। मालदीव ओआईसी में ऐसी किसी कार्रवाई का समर्थन नहीं करेगा जो भारत के खिलाफ हो।” बता दें कि पिछले कुछ साल में भारत और मालदीव के रिश्ते काफी मजबूत हुए हैं। दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने सबसे पहला मालदीव का ही दौरा किया था।