दैनिक भास्कर
Jun 01, 2020, 11:05 AM IST
मुंबई (उमेश कुमार उपाध्याय).
साल 2008 में विक्रम भट्ट निर्देशित फिल्म 1920 से मनोरंजन जगत में करियर शुरू करने वाली अदा शर्मा बॉलीवुड के साथ-साथ साउथ इंडस्ट्री में भी काम करते आई हैं। पिछले साल अदा शर्मा की कमांडो-3 और बाईपास रोड फिल्म रिलीज हुईं। विद्युत जामवाल के साथ अदा ने कई खतरनाक स्टंट भी किए हैं। हाल ही में भास्कर को दिए एक इंटरव्यू में अदा ने इस फिल्म के एक्सपीरिएंस को शेयर किया है।
सेट पर हुई कोई यादगार घटना
हम फिल्म की शूटिंग से 20 दिन पहले लंदन गए थे, क्योंकि एक्शन की कोरियोग्राफी सीखनी थी। रिहर्सल के पहले ही दिन सेट पर पहुंची और गाड़ी से उतर ही रही थी कि मेरा एक्सीडेंट हो गया। असिस्टेंट डायरेक्टर ने मुझे बताया था कि गाड़ी से उतरते वक्त आप दरवाजे के बीच अपना हाथ मत रखना। लेकिन मेरा ध्यान शूट पर था और मेरी उंगली दरवाजे पर ही थी कि इतने में दूर से दौड़ता हुआ एक लड़का आया और उसने किक मारकर गाड़ी का दरवाजा बंद कर दिया। दरवाजा धड़ाम से बंद हुआ और मेरी उंगली फंस गई।
आगे उन्होंने कहा, दरवाजा खोला गया तो दर्द से मूर्छित हो गई। सेट पर मौजूद लोग मुझे हॉस्पिटल लेकर जाने लगे, तब मैंने मना किया कि मुझे हॉस्पिटल से बहुत डर लगता है। खैर, दवा हुई। लेकिन पूरी शूटिंग के दौरान पंच वगैरह मारने के सीन में भी मेरी मुट्ठी खुली ही रही। मजे की बात यह है कि वह एक अलग ही स्टाइल बन गई।
एक्शन सीन करना कितना मुश्किल था
कभी-कभी एक मिनट के एक्शन सीन को फिल्माने में दो-दो दिन लग जाते थे। एक्शन मूवी को शूट करने में काफी टाइम लगता है। कई सारे ऐसे सीन थे, जिसे कई-कई बार रिटेक करना पड़ता था, क्योंकि बड़े रियलिस्टिक ढंग से शूट किया गया। एक्शन सीन शूट करने में काफी मजा आया। लेकिन एक्शन सीन से ज्यादा रीटेक विद्युत के साथ रोमांटिक सीन में देना पड़ा। सीक्वेंस के मुताबिक हम दोनों का एक-दूसरे के साथ संवाद था। उसे बोलते समय डायरेक्टर आदित्य दत्त ने हमें छेड़ दिया, फिर तो हमारी हंसी छूट गई। अभी याद तो नहीं है कि कितने रीटेक देने पड़े, पर बार-बार शूट करना पड़ा था।
क्रिएटिव वीडियो का आइडिया आता कहां से आता है?
बचपन से ही ऐसी आइडियाज मेरे दिमाग में आते रहे हैं। दरअसल अब इंस्टाग्राम पर एक्टिव हूं, तब लोग देख सकते हैं कि क्या-क्या आईडिया मेरे दिमाग में है। मैं मानती हूं कि मेरे वर्कआउट के तरीके थोड़े अलग हैं। मैं ट्रेंड शार्प शूटर हूं। मार्शल आर्ट सीखा है। बचपन से ही मां के साथ मलखंब करती आई हूं। वैसे भी आजकल लोगों को एंटरटेन करना बहुत जरूरी है। इसलिए कुछ न कुछ नया करती रहती हूं।
लॉकडाउन में क्या कर रही हैं?
मेरा शूट रहे या न रहे घर पर नियमित रूप से पियानो बजाती हूं। इस लॉकडाउन में उसे बजाने के लिए और भी समय मिल रहा है। कुछ चीजें अपनी टेरिस पर जाकर शूट करती रहती हूं। आगे अपनी नानी के साथ हर सप्ताह एक नया वीडियो बनाकर पोस्ट करूंगी। उनके साथ जो वीडियो कॉल पर बात करती हूं, उसे भी पोस्ट करूंगी।
लॉकडाउन ने बदल दी लाइफस्टाइल
लॉकडाउन के बाद जब हम बाहर आएंगे तो बहुत अच्छे इंसान बनकर आएंगे। एक छोटे से वायरस जिसको हम देख भी नहीं सकते, उसने हमारी लाइफ स्टाइल चेंज कर दी। हम लोग चीजों को बहुत ग्रांटेड लेते थे। हां, एक बात जरूर हुई है कि इस दौरान हमारा इन्वायरमेंट बिल्कुल चेंज हो गया है। आशा करती हूं कि यह इसी तरह बना रहे।