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लॉकडाउन से पहले एथलेटिको-लिवरपूल का मैच कराना पड़ा भारी, इसकी वजह से ब्रिटेन में 41 मौतें हुईं

  • ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस के लिए डेटा का विश्लेषण करने वाली एज हेल्थ रिसर्च ने रिपोर्ट में यह दावा किया
  • 11 मार्च को एनफील्ड स्टेडियम में एथलेटिको और लिवरपूल के बीच मैच हुआ था, इसे देखने 52 हजार दर्शक पहुंचे थे

दैनिक भास्कर

May 25, 2020, 09:02 PM IST

ब्रिटेन में लॉकडाउन से पहले चैम्पियंस लीग में एथलेटिको मैड्रिड और लिवरपूल के बीच आखिरी मैच कराने का फैसला भारी पड़ गया। इसकी वजह से देश में 41 अतिरिक्त मौतें हुईं।  ‘द संडे टाइम्स’ ने हेल्थ रिसर्च एजेंसी की रिपोर्ट के हवाले से यह दावा किया है। 

अखबार के मुताबिक, एज हेल्थ रिसर्च, जो ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस के लिए डेटा का विश्लेषण करती है। उसने यह अनुमान लगाया है कि इस मैच के 25 से 35 दिन बाद स्टेडियम के नजदीकी अस्पतालों में 41 लोगों की कोरोना से मौत हुई, जो बाकी अस्पतालों की तुलना में ज्यादा है। 

मैच के वक्त स्पेन में ब्रिटेन से 6 गुना कोरोना मरीज थे

लंदन के इंपीरियल कॉलेज और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने भी अनुमान लगाया है कि जिस समय यह मैच हुआ था, तब स्पेन में ब्रिटेन के 1 लाख के मुकाबले 6 लाख 40 हजार कोरोना संक्रमित थे। ऐसे में स्पेन से जो फैन्स इस मुकाबले के लिए ब्रिटेन पहुंचे थे। उनके संक्रमित होने की आशंका है। 

लिवरपूल के एक मेयर ने भी जांच की मांग की

पिछले महीने लिवरपूल के एक मेयर स्टीव रोथेरम ने भी इस मैच के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर इस मैच को देखने पहुंचे लोग कोरोना से संक्रमित हुए, तो ऐसा नहीं होना चाहिए था। यह वाकई शर्मनाक है और इसकी जरूर जांच होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि यह पता लगाया जाना चाहिए कि क्या स्पेन से मैच देखने आए एथलेटिको के फैन्स की वजह से ब्रिटेन के लोग सीधे तौर पर संक्रमित हुए। उस वक्त कई शहर कोरोना के हॉटस्पॉट थे। स्पेन भी उसमें से एक था। 

लॉकडाउन से पहले आखिरी बड़ा मुकाबला था

ब्रिटेन में लॉकडाउन लागू होने से पहले क्लब फुटबॉल का यह आखिरी बड़ा मुकाबला था। 11 मार्च को एनफील्ड स्टेडियम में हुए इस मैच में 52 हजार दर्शक मौजूद थे। इसमें स्पेन से आए तीन हजार फैन्स भी शामिल हैं। मैच में एथलेटिको ने मौजूदा चैम्पियन लिवरपूल को एक्स्ट्रा टाइम में 3-2 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। 

चैम्पियंस लीग के इस मैच के अलावा साउथ वेस्ट इंग्लैंड में हुए चेल्टेनहैम फेस्टिवल के कारण भी कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा बढ़ा। यहां 4 दिनों तक हॉर्स रेसिंग हुई। कोरोना के बावजूद आयोजकों ने रेसिंग को सुरक्षित बताया था। लेकिन ऐज हेल्थ रिसर्च एजेंसी के मुताबिक, इस रेस की वजह से 37 अतिरिक्त मौतें हुईं।  

ब्रिटिश हॉर्स रेसिंग अथॉरिटी की आलोचना हुई थी

एक अनुमान के मुताबिक 4 दिन के इस इवेंट में ढाई लाख से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया था। आयोजकों ने दावा किया था कि कोरोना से निपटने के लिए खास इंतजाम किए गए थे। दर्शकों के लिए हैंड वॉश के अलावा सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई थी। लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक, यह इंतजाम नाकाफी साबित हुए।  

आयोजन की मंजूरी देने के लिए ब्रिटिश हॉर्स रेसिंग अथॉरिटी की चौतरफा आलोचना भी हुई थी। इसके बाद 17 मार्च को रेस को सस्पेंड कर दिया गया था। 

अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा मौतें ब्रिटेन में

यूरोप में सबसे ज्यादा कोरोना से मौतें ब्रिटेन में ही हुईं हैं। यहां अब तक इस वायरस से 36 हजार से ज्यादा लोग दम तोड़ चुके हैं। पहले स्थान पर अमेरिका है, जहां 99 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। 

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