मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान जब दूल्हा-दुल्हन गले में वरमाला डाले पहुंचे तो कलेक्टर और अधिकारी उन्हें देखकर हैरान रह गए। मंदिर में शादी करने के बाद सीधे दूल्हा-दुल्हन जनसुनवाई में पहुंचे थे। यहां उन्होंने पहले तो नए जीवन की शुरुआत करने पर कलेक्टर का आशीर्वाद लिया और फिर उनसे मदद की गुहार लगाई।
खंडवा कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई में एक अनोखा मामला देखने को मिला। यहां एक दिव्यांग दंपत्ति अपने विवाहित जीवन के सफर की शुरुआत से पहले जिला कलेक्टर का आर्शीवाद लेने जनसुनवाई में पहुंचे। दिव्यांग दंपत्ति ने पहले तो कलेक्टर का आशीर्वाद लिया, इसके बाद दोनों ने कलेक्टर से मदद की गुहार भी लगाई। दंपत्ति ने कहा, साहब हम दोनों दिव्यांग हैं और अभी मंदिर में शादी करके आए हैं। हमारे पास रोजगार का कोई संसाधन नहीं है, इसलिए सरकार की योजना का लाभ हमें देकर हमें भी रोजगार की मुख्य धारा में जोड़ा जाए। इस पर जिला कलेक्टर अनूप कुमार ने भी उन्हें आशीर्वाद देकर उनकी मदद करने का भरोसा दिलाया।खंडवा कलेक्टर अनूप कुमार सिंह का आशीर्वाद लिया और उसके बाद मदद की गुहार लगाई। दोनों को देख कलेक्टर भी फौरन कुर्सी से उठे और दोनों को नए जीवन की बधाई और शुभकामनाएं दी। इसके बाद तत्काल वहां मौजूद अधिकारियों को तुरंत मदद करने के निर्देश दिए।
दुल्हन शोभा देवकर और दुल्हा रामजी चौधरी ने बताया कि वह एक दूसरे को करीब एक साल से जानते हैं। उन्होंने मंदिर में शादी रचाई और सीधा जिला कलेक्टर के पास आशीर्वाद लेने गए। क्योंकि हम दिव्यांग हैं और बेरोजगार भी, तो हमने कलेक्टर से गुहार भी लगाई है। हमें किसी योजना का लाभ मिल सके या कोई रोजगार, ताकि हम अपना जीवन अच्छे से गुजार सकें।