मंदसौर में हुए किसान आंदोलन को 6 जून को छह साल पूरे हो गए, पर पुलिस व सीआरपीएफ की गोली व पिटाई से मारे गए छह किसानों और छह घायलों को अब तक न्याय नहीं मिल सका है। न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट आज भी सार्वजनिक नहीं हुई है। वहीं मजिस्ट्रियल जांच भी फाइलों में दब गई है। दलौदा में पुलिस की पिटाई से मारे गए घनश्याम धाकड़ के पिता दुर्गालाल धाकड़ की चप्पलें घिस गई हैं पर बेटे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ही अभी तक नहीं दी गई है, तो उन्हें जांच के बाद दोषियों को किसी तरह की सजा की तो बिल्कुल ही उम्मीद नहीं है।मंदसौर में हुए किसान आंदोलन को 6 जून को छह साल पूरे हो गए, पर पुलिस व सीआरपीएफ की गोली व पिटाई से मारे गए छह किसानों और छह घायलों को अब तक न्याय नहीं मिल सका है। न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट आज भी सार्वजनिक नहीं हुई है। वहीं मजिस्ट्रियल जांच भी फाइलों में दब गई है। दलौदा में पुलिस की पिटाई से मारे गए घनश्याम धाकड़ के पिता दुर्गालाल धाकड़ की चप्पलें घिस गई हैं पर बेटे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ही अभी तक नहीं दी गई है, तो उन्हें जांच के बाद दोषियों को किसी तरह की सजा की तो बिल्कुल ही उम्मीद नहीं है।