May 2, 2024 : 12:22 PM
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रणबीर-आलिया से लेकर पृथ्वीराज कपूर तक, कपूर खानदार में शादियां कैसे हुईं

रणबीर और आलिया
रणबीर कपूर और आलिया भट्ट आख़िरकार विवाह बंधन में बंध ही गए. लोग पिछले क़रीब 4 बरसों से इस शादी का इंतज़ार कर रहे थे.

हालांकि, ऋषि कपूर की अपने बेटे रणबीर का विवाह देखने की तमन्ना पूरी नहीं हो सकी जो अपने बेटे की शादी को लेकर बहुत से सपने संजोए हुए थे.

राज कपूर की पहचान सदा एक बड़े शोमैन की रही है. उनकी फिल्में तो भव्यता की बड़ी मिसाल रही ही हैं. साथ ही उनके यहां आयोजित होने वाले शादी समारोह भी अपनी भव्यता के लिए याद किए जाते हैं.

अपने बेटे ऋषि कपूर की शादी और रिसेप्शन का समारोह उन्होंने इतना शानदार रखा था कि वह आज 42 साल बाद भी भुलाए नहीं भूलता. इसमें पूरे फिल्म उद्योग ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था. इसलिए ऋषि भी चाहते थे कि वह भी अपने बेटे रणबीर की शादी धूमधाम से करें लेकिन उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी.लेकिन रणबीर-आलिया ने आख़िरकार शादी कर ली. आलिया से पहले रणबीर का नाम कुछ और अभिनेत्रियों से भी जुड़ता रहा. आलिया से पहले यह बात सुर्खियों में थी कि रणबीर जल्द ही कटरीना से शादी कर लेंगे.

देश में ही नहीं विदेशों से भी रणबीर-कटरीना की रोमांटिक तस्वीरें सामने आती रहती थीं. मुंबई में दोनों एक साथ एक घर में भी रहने लगे थे. लेकिन दोनों का ब्रेकअप हो गया.

कटरीना से पहले रणबीर का नाम सोनम कपूर, दीपिका पादुकोण और नर्गिस फाकरी के साथ भी जुड़ा. इनमें से दीपिका के साथ तो बात शादी तक पहुंच ही गई थी. लेकिन शादी हो नहीं सकी.

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रणबीर और आलिया

अब जब 39 साल के रणबीर ने 29 साल की आलिया भट्ट के साथ विवाह रचा लिया है तो कपूर परिवार में बरसों बाद खुशी का कोई बड़ा मौक़ा आया है.

असल में कपूर परिवार की बाकी सभी शादियों को देखें तो कपूर परिवार में लगभग सभी की शादियां कम उम्र में हुई हैं. कुछ की तो बहुत ही छोटी उम्र में. फिर यह भी कि सभी कपूर दंपत्तियों में उम्र का फासला कम रहा है.

जबकि रणबीर कपूर ने जहां शादी इतनी देर से की है. वहां वह ऐसे पहले कपूर दंपत्ति हैं जिनकी उम्र में पूरे 10 साल का फासला है. यूं शम्मी कपूर की जब दूसरी शादी हुई तो उनकी और उनकी पत्नी नीला देवी की आयु में 10 साल का अंतर था. लेकिन उनकी पहली पत्नी गीता बाली और उनमें सिर्फ एक साल का फासला था.

सिर्फ 17 की उम्र में हुई थी पृथ्वीराज कपूर की शादी

फिल्मों में कपूर खानदान के संस्थापक पृथ्वीराज कपूर की शादी तो मात्र 17 बरस की उम्र में हो गई थी. सन 1923 में अपनी उम्र से तीन साल छोटी रामशरणी मेहरा से जब पृथ्वीराज का पेशावर में विवाह हुआ तब वह वहां के एडवर्ड कॉलेज में पढ़ते थे.

रमा (रामशरणी) एक अनाथ लड़की थीं, जिन्हें उनके पड़ोसियों ने पाला था. बेहद खूबसूरत थीं. अपने भरे पूरे परिवार को ही नहीं, पृथ्वीराज की नाटक-फिल्म मंडली के सदस्यों सहित कितने ही मेहमानों की आवाभगत इस एक अकेली जान ने बहुत ही अच्छे ढंग से की.

शादी के एक साल बाद ही पृथ्वीराज के यहां पुत्र राज कपूर का जन्म हो गया. कम उम्र में पृथ्वीराज की शादी होने के कारण ही पिता पृथ्वीराज और पुत्र राज कपूर में सिर्फ 18 बरस का फासला था.

उधर जब राज कपूर का 12 मई 1946 को कृष्णा मल्होत्रा से विवाह हुआ तब राज कपूर 22 साल के थे और कृष्णा उनसे 6 साल छोटी, 16 साल की थीं. कृष्णा मल्होत्रा मध्यप्रदेश के रीवा में रहती थीं. वो असल में राज कपूर की करीबी रिश्तेदार भी थीं. यह शादी पृथ्वीराज ने ही कराई थी.

हालांकि राज कपूर ने शादी से पहले कृष्णा को जब पहली बार सफ़ेद साड़ी में देखा तो वह उनकी सुंदरता पर मुग्ध हो गए थे. राज कपूर इसके बाद अपनी फिल्मों की लगभग सभी अभिनेत्रियों को सफ़ेद साड़ी पहनाकर कृष्णा कपूर की सुंदरता को बार-बार दोहराते रहे.

हालांकि, शादी के कुछ दिन बाद ही वह अपनी नायिका नर्गिस के प्रेम में उलझ गए. लेकिन कृष्णा कपूर सबकुछ देखते हुए भी अपने परिवार के प्रति समर्पित रहीं. नर्गिस की शादी के बाद जब राज कपूर ‘संगम’ फिल्म के दौरान वैजयंती माला से नज़दीकियां बढ़ाते दिखे तो कृष्णा कपूर ने घर छोड़कर एक होटल में रहना शुरू कर दिया था.

बाद में राज कपूर जैसे-तैसे अपनी पत्नी को मनाकर घर लाये. राज कपूर ने एक बार कहा था, “नर्गिस मेरी प्रेरणा है और कृष्णा मेरी शक्ति. जिस तरह मेरी पत्नी मेरी अभिनेत्री नहीं बन सकती, उसी तरह मेरी अभिनेत्री मेरी पत्नी नहीं हो सकती.”बहरहाल राज कपूर की बारात रीवा गई थी. जहां दो-तीन दिन तक शादी का समारोह चलता रहा. जिसमें मुंबई के कुछ कलाकार भी शामिल हुए. यहां एक बात और बता दें कि पृथ्वीराज कपूर और राज कपूर की शादी तो उनके पिता ने तय की. जो पूरी तरह अरेंज मैरिज थीं. लेकिन इसके बाद कपूर परिवार की अधिकतर शादियाँ प्रेम विवाह रहीं.

शम्मी कपूर को घोड़ी पर ना बैठने का अफसोस रहा

पृथ्वीराज अपने बेटों शम्मी कपूर और शशि कपूर की शादी भी धूमधाम से करना चाहते थे. लेकिन ऐसा हो नहीं सका. राज कपूर के छोटे भाई शम्मी कपूर फिल्मों में संघर्ष कर रहे थे.

1955 में फिल्म ‘मिस कोका कोला’ और ‘रंगीन रातें’ की शूटिंग के दौरान शम्मी की मुलाक़ात अभिनेत्री गीता बाली से हुई. शम्मी तब सफल कलकार नहीं बने थे और गीता बाली स्टार बन चुकी थीं. लेकिन गीता बाली को शम्मी का मस्त अंदाज़ पसंद आया और दोनों में प्यार हो गया.

हालांकि शम्मी जब भी गीता से शादी की बात करते वह मुस्कुराकर ना में सिर हिला देतीं. उधर कपूर परिवार भी यह नहीं चाहता था कि शम्मी एक अभिनेत्री से शादी करें. गीता, शम्मी से पहले पृथ्वीराज के साथ ‘आनंदमठ’ में और राज कपूर के साथ ‘बावरे नैन’ में काम कर चुकी थीं.

उधर शम्मी कपूर, गीता से शादी करने के लिए उतावले थे. एक बार 23 अगस्त 1955 रात को जब शम्मी और गीता रात को 11 बजे मुंबई के जुहू होटल में बैठे थे. तो शम्मी ने फिर से गीता के सामने शादी का प्रस्ताव रखा तो गीता ने हां तो कर दी लेकिन कहा कि शादी अभी करनी होगी.

शम्मी यह बात सुनकर चौंक गए. लेकिन थोड़ी ही देर में शम्मी, गीता को लेकर मुंबई के बाणगंगा मंदिर पहुंचे तो मंदिर के कपाट बंद हो चुके थे. पुजारी ने कहा सुबह 4 बजे आओ.

शम्मी फिर से 4 बजे मंदिर पहुंच गए. उन्होंने वहां अपने मित्र जॉनी वाकर और फिल्म ‘कोका कोला’ के निर्देशक हरी वालिया को भी बुला लिया. जिससे 24 अगस्त 1955 में यह विवाह बंधन में बंध गए. तब शम्मी 24 साल के थे और गीता 25 बरस की.

दिलचस्प यह रहा कि बस यह शादी हो जाये कि हड़बड़ी में शम्मी अपने साथ सिंदूर तक लेकर नहीं आए. जब पुजारी ने कहा दुल्हन की मांग भरिए तो गीता बाली ने अपने पर्स से लिपिस्टिक निकाल कर दी. तब शम्मी ने लिपिस्टिक से ही गीता की मांग भर दी.

बाद में शादी करके जब शम्मी अपनी पत्नी गीता को लेकर घर पहुंचे तो पृथ्वीराज को अपने बेटे की इस बगावत से दुख हुआ. लेकिन कुछ दिन बाद सब धीरे-धीरे ठीक हो गया.

गीता बाली शादी के बाद भी फिल्मों में काम करती रहीं. शादी के बाद शम्मी का सितारा भी चमक उठा और ‘तुमसा नहीं देखा’ के बाद वह स्टार बन गए. गीता ने बेटे आदित्य और बेटी कंचन को जन्म दिया. लेकिन शादी के लगभग दस साल बाद 21 जनवरी 1965 को गीता बाली का चेचक की बीमारी के बाद निधन हो गया.

शम्मी इससे बुरी तरह टूट गए. तीन-चार साल बाद शम्मी जब सामान्य हुए तो एक दिन राज कपूर और कृष्णा कपूर ने उन्हें एक फोटो दिखाते हुए कहा तुम इस लड़की से शादी कर लो. यह बहुत अच्छी लड़की है. वह चित्र था भाव नगर के राज परिवार से ताल्लुक रखने वाली नीला देवी का.

नीला देवी से शम्मी पहली बार तब मिले थे जब वह 19 साल के थे और नीला 9 साल की थीं. शम्मी तब अपने पिता के साथ नाटक ‘पठान’ का शो करने भाव नगर गए थे. बरसों बाद नीला फिर से उनकी ज़िंदगी में आ रही थीं.

शम्मी ने भाई-भाभी के प्रस्ताव पर गौर करने के बाद 26 जनवरी 1969 रात को क़रीब 10 बजे नीला को फोन मिला कर कहा, आप अपने परिवार के साथ कल सुबह मुंबई आ जाओ. दोपहर को हमारे साथ लंच करो. तभी हम शादी कर लेंगे.

नीला पहले इस बात पर चौंक गईं. लेकिन अपने परिवार के साथ बात करके उन्होंने हामी भर दी. तभी रात को शम्मी ने अपने पिता और परिवार के अन्य सदस्यों को भी लंच पर आमंत्रित करते हुए बताया कि मैं कल ही शादी कर रहा हूँ.

27 जनवरी 1969 को शम्मी कपूर ने अपने घर पर ही नीला देवी के साथ फेरे लेकर सादगी से दूसरी शादी कर ली. नीला देवी ने शम्मी-गीता के बच्चों को बिलकुल अपने बच्चों की तरह अपनाया.

नीला देवी आज भी शम्मी कपूर की यादों को बहुत अच्छे से संजोये हैं. कुछ समय पहले जब मैं उनसे मिलने मुंबई में उनके घर गया तो यह देख हैरान हुआ कि शम्मी कपूर पर मेरे लिखे विभिन्न लेख भी उन्होंने एक फ़ाइल में लगाकर रखे थे. उन्होंने बताया, “शम्मी जी पर बरसों से जो भी कहीं प्रकाशित हुआ मुझे मिलता है, मैं उसे संग्रहित कर लेती हूँ.”

उधर शम्मी कपूर से कई बरस पहले नोएडा फिल्म सिटी में ईगल फिल्म्स स्टूडियो के उद्घाटन पर शम्मी कपूर से मेरी बात हुई तो उन्होंने बातों बातों में अपने एक दर्द को साझा किया.

शम्मी कपूर ने बताया था, “मेरी दो-दो शादियां हो चुकी हैं. लेकिन मुझे अफसोस है दोनों बार मुझे घोड़ी पर बैठने का मौका नहीं मिला.”

शशि कपूर ने की 5 साल बड़ी जेनिफ़र से शादी

उधर शशि कपूर की बात करें तो उन्होंने सिर्फ 20 बरस की उम्र में अपने से 5 साल बड़ी जेनिफ़र केंडल से शादी कर ली थी. जबकि शशि तो 18 की उम्र में ही जेनिफ़र से शादी करने के लिए मचलने लगे थे. लेकिन तब घरवालों ने कहा यह कोई उम्र है शादी की.

कपूर परिवार गीता बाली की तरह पहले जेनिफ़र को भी अपने घर की बहू बनाने को तैयार नहीं था. क्योंकि वह अभिनेत्री होने के साथ अंग्रेज़ महिला थीं. उधर जेनिफ़र के पिता ज्योफ़री केंडल भी इस शादी के सख्त ख़िलाफ़ थे.

एक बार शशि कपूर ज्योफ़री के साथ नाटक के लिए सिंगापुर गए हुए थे. तब जेनिफ़र ने अपने पिता से कहा वह शशि के साथ शादी करना चाहती हैं. यह सुनते ही ज्योफ़री भड़क उठे. तब जेनिफ़र ने अपने पिता को छोड़ शशि के साथ भारत आने का फ़ैसला लिया.

शशि और जेनिफ़र एक जुलाई 1958 को जैसे-तैसे मुंबई पहुंचे. उसके बाद अगले ही दिन 2 जुलाई 1958 को पृथ्वीराज के माटुंगा स्थित घर में दोनों का विवाह समारोह बेहद सादगी से मात्र 3 घंटे में सम्पन्न हो गया.

पृथ्वीराज उन दिनों जयपुर में फिल्म ‘मुगल-ए आज़म’ की शूटिंग में व्यस्त थे. लेकिन ‘मुगल-ए आज़म’ के निर्देशक के आसिफ़ ने एक निजी विमान की व्यवस्था कराकर पृथ्वीराज को कुछ घंटों के लिए मुंबई भेजा था. शादी होते ही पृथ्वीराज अपने पुत्र और पुत्र वधू को आशीर्वाद देकर जयपुर रवाना हो गए.

रणधीर-बबीता की शादी

राज कपूर ने अपने बेटे रणधीर कपूर को बतौर नायक और निर्देशक लॉन्च करने के लिए फिल्म ‘कल आज और कल’ का काम शुरू किया तो फिल्म की नायिका के रूप में बबीता को लिया.

फिल्म की शूटिंग के दौरान रणधीर, बबीता के प्रेम में कुछ इस तरह दीवाने हुए कि वह बबीता से शादी के लिए ज़िद कर बैठे. राज कपूर और पृथ्वीराज अपने परिवार में फिर से एक और अभिनेत्री आता देख कुछ परेशान हुए. लेकिन रणधीर की जिद के आगे वह बेबस हो गए.

‘कल आज और कल’ की रिलीज़ से क़रीब एक महीना पहले ही दोनों की शादी हो गयी. जब 6 नवंबर 1971 को रणधीर और बबीता ने विवाह किया तब वो दोनों 24 साल के थे.

बबीता ने शादी के बाद फिल्मों में काम करना छोड़ एक नयी परंपरा को जन्म दिया. लेकिन हालात कुछ ऐसे बने कि करिश्मा और करीना के जन्म बाद पति-पत्नी में अनबन बढ़ती गई. दोनों ने तलाक तो नहीं लिया लेकिन दोनों आज भी अलग रहते हैं. सिर्फ दुख-सुख या किसी समारोह के दौरान ही रणधीर-बबीता मिल पाते हैं.

ऋषि-नीतू की वह यादगार शादी

जब ऋषि कपूर ने भी अपनी नायिका नीतू सिंह के साथ शादी करने का फ़ैसला अपने परिवार को बताया तो इस बार राज कपूर झट से तैयार हो गए. ऋषि-नीतू फिल्म ‘रफूचक्कर’ और ‘खेल-खेल में’ के बाद जब कश्मीर में ‘कभी-कभी’ की शूटिंग कर रहे थे तब दोनों में प्यार हो गया.

राज कपूर दोनों की शादी से कितना खुश थे उसका अंदाज़ इससे भी लगता है कि दोनों के प्रेम प्रसंग के बावजूद राज कपूर ने नीतू की मम्मी राजी सिंह को अद्भुत अंदाज़ में झुककर कहा था- “अपनी बेटी का हाथ मेरे लड़के को सौंप दो.”

राज कपूर का यह अंदाज़ देख राजी सिंह अभिभूत हो गयी थीं.

ऋषि-नीतू के रोमांस की चर्चा 1976 से इसी तरह लगातार सुर्खियों में थी जिस तरह पिछले 4 बरसों से रणबीर-आलिया के प्रेम प्रसंगों की गूंज है.

तब हर कोई सोचता था यह शादी होगी या नहीं. जब 13 अप्रैल 1979 को बैसाखी के दिन दोनों की सगाई हो गई तब लगा कि शादी होगी. लेकिन सगाई के सात-आठ महीने बाद भी दोनों की शादी नहीं हुई तो फिर लगा कि कुछ गड़बड़ है.

इन अटकलों को तब विराम लगा जब 22 जनवरी 1980 को दोनों का विवाह हो गया. ऋषि तब 28 साल के थे और नीतू 22 साल की. शादी के अगले दिन 23 जनवरी को आरके स्टूडियो में शादी का भव्य रिसेप्शन हुआ.

दिलचस्प यह है कि इधर रणबीर-आलिया की सगाई-मेहंदी की रस्म भी 14 अप्रैल को बैसाखी के दिन हुई. जिस तरह ऋषि कपूर ने अपने शादी समारोह में क्रीम कलर का सूट पहना हुआ था, कुछ उसी तरह रणबीर ने भी अपनी शादी में भी क्रीम कलर की ही पोशाक पहनी.

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