आगरा8 घंटे पहले
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आगरा पुलिस ने तीन और आरोपियों को दबोचा।
आगरा के कमला नगर स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी में 8.5 करोड़ रुपए की डकैती में शामिल तीन और बदमाशों को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया है। IG नवीन अरोड़ा ने बताया कि डकैती में शामिल गिरफ्तार किए गए अंशुल सोलंकी, उसके जीजा संजय और रेकी करने वाले अंशुल यादव उर्फ ध्रुव यादव के पास से 960 ग्राम सोना, 2 लाख 90 हजार कैश और तमंचा बरामद किया है। दो फरार आरोपी नरेंद्र लाला और रेनू पंडित की तलाश जारी है। घटना में अब तक 7 आरोपियों पर धरपकड़ हो चुकी है। जिसमें दो मुठभेड़ में ढेर हो चुके हैं।
17 जुलाई को हुई थी UP की सबसे बड़ी डकैती की वारदात
बता दें, 17 जुलाई को थाना कमला नगर स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी में दिन दहाड़े हथियार बंद बदमाशों ने डकैती डाली थी। बदमाशों ने मैनेजर समेत 4 कर्मचारियों को हथियारों के दम पर बंधक बनाकर 17 किलो सोना और 6 लाख कैश पर डाका डाला था। घटना के कुछ ही घंटों बाद
इसी दिन पुलिस ने आरोपी मनीष पांडे और निर्दोष को मुठभेड़ में मार गिराया। इसके पास से 7.3 किलो सोना, नकदी और हथियार व बैग बरामद किए थे। इसके बाद एक अपराधी प्रभात ने थाने में समर्पण किया। उसके बाद एक आरोपी संतोष को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया था।
20 बार कर चुके थे रेकी, वारदात से 7 दिन पहले किया था प्रयास
IG नवीन अरोड़ा ने बताया कि वारदात में शामिल अंशुल सोलंकी, उसके जीजा और रेकी करने वाले अंशुल यादव उर्फ ध्रुव यादव को गिरफ्तार किया गया है। जिनमें से अंशुल सोलंकी वारदात में शामिल था। आरोपी ध्रुव यादव ने पहले रेकी में साथ दिया था। डकैती की रकम को जीजा के घर पर रखा था। फ्रैक्चर की वजह से वो वारदात में शामिल नहीं हो पाया था। इन्होंने नोएडा मणप्पुरम के ऑफिस, आगरा के भगवान टाकीज पर स्थित ऑफिस व कमलानगर ऑफिस में मिलाकर 20 से ज्यादा बार रेकी की थी। सोना गिरवी रखने की बात करने के बहाने अंदर का माहौल भी लिया था। इन्होंने घटना से 7 दिन पहले 10 जुलाई को ऑफिस में घुसकर लूट का प्रयास किया था। अचानक ग्राहकों के आने के चलते उस दिन वारदात को अंजाम नहीं दे पाए थे।
दो ग्रुपों में की गई थी वारदात, नरेंद्र के घर हुआ था बंटवारा
निर्दोष, मनीष और संतोष एक गुट में थे और नरेंद्र लाला, रेनू पंडित और अंशुल दूसरे गुट में थे। एक गुट वारदात करने बस में बैठकर आया था। दूसरा गुट पार्क में जमा होकर वारदात के लिए गए थे। वारदात के बाद यह अलग-अलग बसों में बैठकर टूंडला पहुंचे थे। वहां से अपने जानकारों को बुलाकर बाइक पर बैठकर नरेंद्र लाला के घर पहुंचे थे। घर पर ही हिस्सा बांट हुआ था। बड़ा अमाउंट नरेंद्र ने अपने पास रखा था और सबको उनका हिस्सा दिया था। इस दौरान अंशुल यादव ने सिर्फ रेकी की थी। तब भी उसे हिस्सा दिया गया था। अंशुल सोलंकी, नरेंद्र लाला के घर पर ही रहता था। हिस्सा बांट के बाद सभी अलग-अलग हो गए थे। पुलिस आरोपी नरेंद्र लाला और रेनू पंडित की तलाश में लगी है।
गैंग के महिला मित्रों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही
इन अपराधियों की मदद करने वाले, सूचना न देने वाले, डकैती का माल छिपाने वाले सभी लोगों का रिकॉर्ड लिया जा रहा है। सभी को मुकदमे में शामिल किया जाएगा। इनकी महिला मित्रों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।