8 घंटे पहले
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रवांडा के पूर्व कृषि मंत्री एग्नेस कालीबाटा ने कहा, ‘दुनिया में जो घटनाएं हो रही हैं, उनका असर हम सब पर हो रहा है।
पूरी दुनिया में खाने-पीने की चीजें और महंगी हो सकती हैं, जो पहले से एक दशक के ऊंचे स्तर के करीब है। कारण यह है कि कई देशों में खराब मौसम फसलों को प्रभावित कर रहा है। इसका असर भारत पर भी हो सकता है, जो दाल और खाद्य तेल जैसी कई एग्री कमोडिटी का आयात करता है।
कुछ समय से अलग-अलग देशों में समस्याएं देखी जा रही हैं। मसलन, भीषण ठंड ने ब्राजील में कॉफी की फसल को नुकसान पहुंचाया है। चीन में बाढ़ से जानवरों में बीमारियां फैलने का खतरा पैदा हो गया है। अमेरिका-कनाडा में गर्मी और सूखे ने फसलों को बर्बाद कर दिया है। यूरोप में भी मूसलाधार बारिश से तैयार फसल खराब हो रही है। ब्राजील चीनी का भी बड़ा उत्पादक है, जहां करीब 100 साल के सबसे भीषण सूखे के कारण सिंचाई भी मुश्किल हो गई है।
खराब मौसम के असर को कम करके आंका गया
फूड सिस्टम्स समिट 2021 के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत और रवांडा के पूर्व कृषि मंत्री एग्नेस कालीबाटा ने कहा, ‘दुनिया में जो घटनाएं हो रही हैं, उनका असर हम सब पर हो रहा है। मौसम के गंभीर असर दिखने शुरू हो गए हैं। पहले हमने इसके कम करके आंका, पर अब ऐसा नहीं कर सकते। यह वाकई गंभीर समस्या है।’