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- Efforts To Break The Dominance Of Big Tech Companies In America Intensify, Signs Of Increasing Competition In The Technology Industry And Other Sectors Of The Economy
27 मिनट पहले
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लीना खान, जोनाथन केंटर और टिम वू
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बड़ी कंपनियों के एकाधिकार को चुनौती देने वाली बहुत आक्रामक टीम संजोई है। सरकार ने कंपनियों का विलय रोकने और बड़ी कंपनियों को तोड़ने की तैयारियों के बीच तीन कानूनी लड़ाके चुने हैं। राष्ट्रपति ने पिछले सप्ताह जोनाथन केंटर को न्याय विभाग के एंटी ट्रस्ट (कंपनियों के प्रभुत्व पर नियंत्रण) डिवीजन का प्रमुख बनाकर कार्पोरेट अमेरिका से भिड़ने के इरादों का संकेत दिया है।
वे टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री और अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा बढ़ाना चाहते हैं। केंटर फेसबुक, गूगल जैसे दिग्गजों के खिलाफ वकील रहे हैं। संसद की पुष्टि के बाद केंटर फेडरल ट्रेड कमीशन की प्रमुख लीना खान और टेक्नोलॉजी, प्रतिस्पर्धा पर राष्ट्रपति के विशेष सहायक टिम वू के साथ मिलकर एंटीट्रस्ट अभियान की जिम्मेदारी संभालेंगे। लीना खान ने एंटीट्रस्ट बहस को आकार देने में मदद दी है।
वू लंबे समय से फेसबुक और अन्य बड़ी कंपनियों को तोड़ने के समर्थक रहे हैं। दरअसल, डेमोक्रेटिक पार्टी और बाइडेन सरकार चिंतित हैं कि टेक्नोलॉजी, फार्मास्युटिकल, कृषि, हेल्थ केयर और फाइनेंस सहित अन्य उद्योगों की ताकत बढ़ने से उपभोक्ताओं, कामगारों का नुकसान हो रहा है। आर्थिक तरक्की रुकी है। केंटर, खान और वू का कहना है कि फेसबुक, गूगल और अमेजन के पास एकाधिकारी ताकत है।
ये कंपनियां प्रतिस्पर्धा खत्म करने के लिए सोशल मीडिया, सर्च और ऑनलाइन रिटेल में अपनी प्रमुख स्थिति का इस्तेमाल करती हैं। इस बीच बाइडेन ने अमेरिकी संसद की लंबी कार्यवाही का इंतजार करने की बजाय राष्ट्रपति के अधिकारों का इस्तेमाल किया है। उन्होंने इस माह एक एक्जीक्यूटिव आदेश जारी किया है। इसके तहत विभिन्न उद्योगों में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने, कंपनियों के विलय की जांच, कामगारों से एकतरफा कांट्रेक्ट रोकने के लिए 72 कदम उठाए गए हैं।