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- Kamal Nath Said – Government Is Hiding The Figures Of Death Due To Lack Of Oxygen; BJP President Said Ex CMs Are Hankering Like A Fish After Losing Power
मध्य प्रदेश7 घंटे पहले
कोविड से हुई मौतों को लेकर कांग्रेस-बीजेपी फिर एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैंं। केंद्र सरकार द्वारा राज्यसभा में बताया, देश में ऑक्सीजन की कमी से किसी भी कोविड मरीज की मौत नहीं हुई है। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाया कि सरकार ऑक्सीजन की कमी से मौतों के आंकड़े छुपा रही है। केंद्र और राज्य सरकार जनता की आवाज दबाने और सच्चाई को छुपाने का काम कर रही है।
कमलनाथ के आरोपों का जवाब देने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सामने आए। उन्होंने कहा- केंद्र में नरेंद्र मोदी और प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार के अच्छे काम कांग्रेस के नेताओं को पच नहीं रहे हैं, इसीलिए कभी कमलनाथ तो, कभी दिग्विजय सिंह के पेट में दर्द होने लगता है। उन्होंने कहा कि सत्ता जाने के बाद से कमलनाथ मछली की तरह तड़प रहे हैं।
दरअसल, राज्यसभा में कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने सरकार से सवाल पूछा कि क्या ये सच है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से बड़ी संख्या में मरीजों की मौत हुई है? इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डाॅ. भारती पवार ने लिखित जवाब में कहा कि स्वास्थ्य राज्यों का विषय है। उनकी ओर से कोरोना से हुई मौत की सूचना दी जाती है, लेकिन इसमें ऑक्सीजन की कमी से किसी मौत की सूचना नहीं है।
इस पर कमलनाथ ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, केंद्र सरकार देश में बढ़ती महंगाई और ऑक्सीजन की कमी से मौत के आंकड़े छिपा रही है। उन्होंने कहा कि PM मोदी के पहली बार सत्ता में आने के समय पेट्रोल 50-60 रुपए लीटर था, तब बीजेपी क्रूड ऑयल के भाव बढ़ने का विरोध करती थी। वहीं, अब पेट्रोल के दाम 100 रुपए पार कर चुके हैं। बीज-खाद के लिए किसान परेशान हैं। कमलनाथ के केंद्र व राज्य सरकार पर किए गए हमले के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि बीजेपी सरकार में सभी वर्गों का विकास हुआ।
कांग्रेस की सच्चाई हर कोई जान चुका है। कांग्रेस के नेता देश के खिलाफ हैं। केंद्र सरकार को बदनाम करने के लिए काम कर रहे हैं। समाज को गुमराह करने के लिए झूठ बोलना और प्रेशर टेक्टिक्स अपनाना, यही इनकी प्रवृत्ति बन गई है। झूठ और भ्रम फैलाने वालों को यह समझ लेना चाहिए कि समाज झूठ बोलने से नहीं, बल्कि नीतिगत सिद्धांतों से चलेगा।