फरीदाबाद4 घंटे पहले
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डॉ. अंकुर गर्ग
लिवर को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है, इस विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें डाॅक्टरों ने कहा कि लिवर हमारे शरीर का सबसे जरूरी अंग है। यह शरीर में भोजन पचाने से लेकर पित्त बनाने तक का काम करता है। लिवर शरीर को संक्रमण से लड़ने, ब्लड शुगर को कंट्रोल करने, शरीर से विषैले पदार्थों को निकालने, फैट को कम करने और कार्बोहाइड्रेट को स्टोर करने से लेकर प्रोटीन बनाने में मदद करता है। इसलिए इसकी देखभाल बहुत जरूरी है।
मुख्य वक्ता मेट्रो अस्पताल के लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. अंकुर गर्ग ने कहा यदि लिवर कमजोर हो जाए तो व्यक्ति कई बीमारियों से घिर जाता है। लिवर के कमजोर होने पर कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। जैसे स्किन का पीला पड़ जाना (ज्वाइंडिस), गहरे रंग का पेशाब होना, उल्टी आना, स्किन में खुजली होना, भूख कम लगना, चक्कर आना आदि। डॉ. गर्ग ने कहा कि लिवर की बीमारी किसी हेपिटाइटिस वायरस संक्रमण के कारण हो सकती है। यदि कोई व्यक्ति शराब का अधिक मात्रा में सेवन करता है तो उसे लिवर के खराब होने की संभावना अधिक रहती है, क्योंकि शराब का सेवन का असर सीधा लिवर पर पड़ता है। डायबिटीज का भी लिवर पर असर पड़ता है। लिवर का सीधा असर उसके पाचन तंत्र पर पड़ता है। लिवर की बीमारी होने का अन्य कारण अधिक वजन भी होता है।
डॉ. गर्ग ने कहा लिवर की बीमारी के कारण वायरल संक्रमण होते हैं। ये धीर-धीरे पूरी तरह से लिवर को खराब कर देते हैं। कुछ लोगों में इससे रक्तस्राव की समस्या हो जाती है। कई बार ऐसा भी देखा गया है कि लिवर की बीमारी के कारण कुछ लोगों को अन्य बीमारियां भी हो जाती हैं। डॉ. गर्ग के अनुसार अगर कोई लिवर के रोग से पीड़ित है तो उसे अपने वजन को नियंत्रित करना चाहिए ताकि उसके शरीर में शुगर स्तर और रक्तचाप का स्तर सामान्य रहे। लिवर के रोग से पीड़ित व्यक्ति को डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयों का सेवन समय पर करना चाहिए। जिससे वह जल्दी से ठीक हो सके। किसी भी अन्य बीमारी की तरह लिवर के रोग में भी पौष्टिक भोजन का निर्णायक योग्यदान होता है। इसलिए इससे पीड़ित व्यक्ति को अपने भोजन पर पूरा ध्यान रखना चाहिए। केवल पौष्टिक भोजन का ही सेवन करना चाहिए। शराब का सेवन न करें। लिवर बीमारी के स्पेशलिस्ट डॉक्टर से सही समय पर जांच करानी चाहिए।