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- Gold Import Increased Manifold In A Year Due To Increase In Demand, Imports In May June Exceeded Rs 51 Thousand Crores
मुंबईएक घंटा पहले
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देश में सोने का इंपोर्ट चालू फाइनेंशियल ईयर (2021-22) में अप्रैल-मई के बढ़कर 6.91 अरब डॉलर (51,438.82 करोड़ रुपए) रहा। कोविड-19 महामारी और देश व्यापी सख्त प्रतिबंधों के चलते पिछले फाइनेंशियल ईयर की समान अवधि में सोने का इंपोर्ट बहुत नीचे चला गया था।
कॉमर्स मिनिस्ट्री के मुताबिक फाइनेंशियल ईयर 2020-21 की इसी अवधि में इस गोल्ड का इंपोर्ट 7.91 करोड़ डॉलर (599 करोड़ रुपए) का था। बता दें कि गोल्ड इंपोर्ट का असर चालू खाते के घाटे पर पड़ता है। वहीं, चांदी का इंपोर्ट अप्रैल-मई के दौरान 93.7% घटकर 2.76 करोड़ डॉलर का रहा।
डिमांड बढ़ने से गोल्ड का इंपोर्ट बढ़ा
देश में मांग बढ़ने की वजह से गोल्ड इंपोर्ट का डेटा बढ़ा है, जबकि डिमांड घटने से चांदी के इंपोर्ट में कमजोरी आई है। सोने के इंपोर्ट में पॉजिटिव ग्रोथ से ट्रेड डेफिसिट (इंपोर्ट और एक्सपोर्ट का अंतर) 2020-21 के अप्रैल-मई में 21.38 अरब डॉलर तक पहुंच गया। एक साल पहले समान अवधि में यह 9.9 अरब डॉलर था।
दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड खरीदार है भारत
बताते चलें कि भारत सोने का सबसे बड़ा इंपोर्टर है। खासतौर से ज्वैलरी इंडस्ट्री की मांग को पूरा करने के लिए सोने का इंपोर्ट किया जाता है। वॉल्यूम के लिहाज से सोने का इंपोर्ट सालाना 800 से 900 टन तक रहता है। 2021-22 के पहले दो महीनों में जेम्स एंड ज्वैलरी का एक्सपोर्ट कई गुना बढ़कर 6.34 अरब डॉलर रहा, जो इससे पिछले साल इसी अवधि में 1.1 अरब डॉलर था।
मई में सोने और चांदी का इंपोर्ट
अगर 2021 में केवल मई की बात करें तो इस महीने में करीब 5000 करोड़ रुपए का गोल्ड इंपोर्ट किया गया। जबकि पिछले साल मई में सिर्फ 7.63 करोड डॉलर का गोल्ड इंपोर्ट किया गया था। वहीं, अप्रैल-मई महीने में चांदी का बिल 7 अरब डॉलर के करीब का रहा है। इसकी जानकारी कॉमर्स मिनिस्ट्री ने दी है।