May 5, 2024 : 3:26 PM
Breaking News
MP UP ,CG

समय के साथ बदला ठगी का ट्रेंड:ठग अब ATM, कैश डिपोजिट मशीन से छेड़छाड़ कर निकाल रहे हैं कैश, तरीका ऐसा कि बैंक को भी नहीं चलता पता

  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Gwalior
  • Thugs Are Now Withdrawing Cash By Tampering With ATM, Cash Deposit Machine, In Such A Way That Even The Bank Does Not Know

ग्वालियर2 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
प्रतीकात्मक फोटो - Dainik Bhaskar

प्रतीकात्मक फोटो

  • हाल ही में पूरे मध्य प्रदेश में इस तरह के केस बढ़े हैं
  • एक्सपर्ट भी मानते हैं खतरनाक है तरीका

क्या आप जानते हैं कि ठगी करने वाले शातिर दिमाग हैकर्स ने अब ठगी करने का तरीका बदला है। एक्सपर्ट कहते हैं जैसे-जैसे लोग अलर्ट हुए तो ठगों ने वारदात का ट्रेंड बदल दिया। अब उनका टारगेट कस्टमर से से ज्यादा बैंक होते हैं। वह ATM मशीन, ADWM (ऑटोमेटिक डिपोजिट-विड्रॉल मशीन) को टारगेट कर रहे हैं।

यहां वह ट्रांजेक्शन की पूरी प्रोसेस करते हैं। जब कैश निकलने वाला होता है तो आखिरी समय पर कैश ट्रे के शटर को पिन, चाबी या उंगली से अटका देते हैं। इसके बाद कैश ट्रे में फंसे रुपए निकाल लेते हैं। इस तरीके से ठगों को कैश मिल जाता है और बैंक को तत्काल पता भी नहीं चलता। जब तक बैंक को पता चलता है तो बहुत देर हो चुकी होती है।

पहले ऐसे होती थी ठगी

अभी तक ग्वालियर सहित मध्य प्रदेश में ठगी के जो मामले सामने आ रहे थे वह साधारण तरीके के थे। इसमें आम लोग ठगों का टारगेट होते थे जैसे-

  • ATM कार्ड ब्लॉक का डर दिखाकर डिटेल, OTP पूछकर ठगी करना।
  • ATM बूथ के बाहर खड़े होकर ATM कार्ड बदलकर ठगी करना
  • ATM मशीन में सर्वर डाउन होने की बात कहकर ठगी करना
  • कस्टमर केयर, ई-वॉलेट में कैश बैक के नाम पर ठगी
हैकर्स ATM मशीन में ट्रिक लगाकर इस तरह निकालते हैं कैश

हैकर्स ATM मशीन में ट्रिक लगाकर इस तरह निकालते हैं कैश

अब ATM मशीन में ट्रिक लगाकर कर रहे ठगी

  • अब जब लोग ठगी के पुराने तरीके समझने लगे और अलर्ट हुए तो ठगों ने पैटर्न बदल दिया। अब वह आम लोगों को छोड़कर बैंक को टारगेट करने लगे हैं। वह ATM मशीन, ऑटोमेटिक डिपोजिट-विड्रॉल मशीन से छेड़छाड़ कर ठगी की वारदात को अंजाम देने लगे हैं। हाल ही में मध्य प्रदेश में तेजी से इस तरह की घटनाएं हुई हैं। ज्यादातर घटनाएं जबलपुर, सागर, भोपाल, इंदौर व ग्वालियर में हुई है। ग्वालियर, भोपाल, इंदौर,जबलपुर में मार्च, अप्रैल मई 2021 में इस तरह की 77 वारदातें हुई हैं।

तीन स्टेप में करते हैँ ठगी

फर्स्ट सटेप

  • ग्वालियर क्राइम ब्रांच के सब इंस्पेक्टर व साइबर एक्सपर्ट धर्मेन्द्र शर्मा ने ठगी के इस नए पैटर्न के बारे में समझाया। सबसे पहले ठग बैंक में फर्जी नाम पते पर कुछ लोगों के खाते खुलवाते हैं। इनके ATM कार्ड अपने पास रखते हैं। इसके बाद ठग ATM बूथ पर पहुंचकर एक ATM कार्ड मशीन में कार्ड लगाते हैं। साथ ही कार्ड की कैश लिमिट के हिसाब से कैश निकालने की प्रोसेस करते हैं। जैसे मान लिया जाए कि 10 हजार रुपए निकालने के लिए ठग ने पूरी प्रोसेस की। जब रूपए निकलने वाले होते है तो यह ATM की कैश ट्रे के शटर पर पिन या चाबी लगाकर शटर को बंद कर दिया।

सेकंड स्टेप

  • जब कैश कैश आता है तो कैश ट्रे का शटर बंद होने से बाहर नहीं निकलता। इससे तीन बार शटर से टकराने के बाद वहीं ट्रे में अंदर पड़ा रहा। बैंक के सिस्टम में इसके लिए यहां 20 सेकंड का समय रहता है। 20 सेकंड बाद कैश वापस मशीन में चला जाता है। पर ठग कैश वापस होने से पहले ही निकाली गई रकम से 80 फीसदी रकम निकाल लेते हैं। 20 फीसदी राशि ट्रे में छोड़ देते हैं। जो 20 सेकंड बाद वापस हो जाती है।

थर्ड स्टेप

  • रकम वापस होने के बाद बैंक के रिकॉर्ड में ट्रांजेक्शन फेल बताती जाती है, जबकि कैश चोरी हो गया है। ऐसे में कैश चोर की घटना आसानी से पकड़ में नहीं आती। यह ऑडिट के समय पकड़ में आती है।
हाल ही में जबलपुर में ठगी करने वालों का यह वीडियो हुआ था वायरल

हाल ही में जबलपुर में ठगी करने वालों का यह वीडियो हुआ था वायरल

प्रदेश में हाल ही में हुई वारदातें

इंदौर

  • हाल ही में इंदौर शहर के तीन अलग-अलग कैश डिपोजिट मशीन में ATM कार्ड लगाकर हैकर्स ने 21 बार में 2.10 लाख रुपए निकाले हैं। ATM से कैश निकालने जिन खातों के डेबिट कार्ड का उपयोग किया गया है वह सभी हरियाणा के एड्रेस पर बने हैं। पुलिस अब इन हैकर्स की तलाश इंदौर से हरियाणा के बीच कर रही है।

जबलपुर

  • जबलपुर पुलिस ने कुछ दिन पहले मेवात हरियाणा के दो ठगों को पकड़ा था। जिनसे 86 ATM कार्ड, तीन मोबाइल, पेन कार्ड, आधार व वोटर कार्ड मिले थे। यह लोग ATM मशीन में ट्रिक लगाकर कैश निकालते थे और बाद में ट्रांजेक्शन फेल का मैसेज आने पर बैंक में आवेदन लगाकर कैश वापस करा लेते थे। इस ट्रिक से बैंक फ्रॉड को नहीं पकड़ पाती थी। इन्होंने 92.39 लाख रुपए 182 ट्रांजेक्शन में ठगे थे।

ग्वालियर

  • इसी तरह की वारदात 16 जून को ग्वालियर में हुई है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ATM को हैक कर कैश ट्रे के शटर से छेड़छाड़ कर एक ठग ने 12 बार में 12 ATM कार्ड का उपयोग कर 1.59 लाख रुपए निकाले हैं।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट
ठग हमेशा ठगी का पैटर्न बदलते रहते हैं। जब तक लोग एक तरीको को समझते हैं तो वह दूसरे तरीके से वारदात शुरू कर देते हैं। जब उस स्टाइल को ट्रैक कर पाते हैं तो वह नया पैटर्न तलाश लेते हैं। इस तरह की ठगी से बचने के लिए अलर्ट रहकर ही बचा जा सकता है। जैसे अपने कोई भी दस्तावेज किसी को नहीं दें। इसका उपयोग फेक अकाउंट खोलने, सिम कार्ड लेने में हो सकता है। साथ ही अपनी कोई भी पर्सनल डिटेल किसी से शेयर न करें। सतर्कता ही बचाव है।
सुधीर अग्रवाल, sp राज्य सायबर ग्वालियर जोन

खबरें और भी हैं…

Related posts

इंदौर के ज्वेलरी शोरूम और बैंक में मास्क हटाकर चेहरा दिखाना जरूरी

News Blast

मॉडल एक्ट लागू करने के विरोध में आज से मंडी बंद

News Blast

शॉकेट सही निकले, हाई फ्लो ऑक्सीजन मशीन में ही खराबी

News Blast

टिप्पणी दें