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नींद टूटने की वजह म्यूजिक तो नहीं: सोने से पहले गाना सुनने की आदत नींद में खलल पैदा करती है, शोधकर्ताओं का दावा; बंद होने के बाद भी गाने दिमाग में घूमते रहते हैं

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Hindi NewsHappylifeThe Habit Of Listening To A Song Before Going To Sleep Causes Sleep Disturbances, Claim Researchers; Songs Keep Spinning In The Mind Even After It Is Turned Off

वाशिंगटन16 घंटे पहले

कॉपी लिंकअमेरिका की बेलर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का दावा

ज्यादातर लोग रात में सोने से पहले म्यूजिक सुनना पसंद करते हैं। नई रिसर्च कहती है, ऐसे लोगों को नींद न आने या नींद टूटने की शिकायत हो सकती है। शोधकर्ताओं का कहना है, जब हम रात में गाने सुनते हैं तो ये दिमाग में घूमते रहते हैं। गाना बंद होने के बाद भी दिमाग में इसके चलने का अहसास होता है। यह स्थिति नींद में बाधा पैदा करती है या आधी रात को नींद टूटने की वजह बनती है।

ऐसे आया रिसर्च का ख्यालरिसर्च करने वाली अमेरिका की बेलर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता माइकल स्कुलिन का कहना है, एक दिन रात में एक गाना उनके दिमाग में अचानक घूमने लगा, इसके कारण आधी रात को उनकी नींद टूट गई। उन्होंने महसूस किया कि एक गाना आपके नींद की प्रक्रिया को डिस्टर्ब कर सकता है। इसी दौरान तय किया कि गाना सुनने और नींद के बीच कनेक्शन को समझने की कोशिश करेंगे।

209 लोगों पर हुई रिसर्चशोधकर्ताओं ने 209 लोगों पर रिसर्च की। इन्हें सोने से पहले टेलर स्विफ्ट और कार्ले रे जैसे सिंगर्स के गाने सुनाए गए। इसके बाद इनका पॉलिसोम्नोग्राफी टेस्ट कराया गया। इस टेस्ट की मदद से यह जाना जाता है नींद कितनी बेहतर आ रही है। टेस्ट करके इंसान की दिमाग में उठने वाली लहर, हार्ट और ब्रीदिंग रेट जाना जाता है। यह जांच तब की गई जब मरीज सो रहा था।

सोने के बाद भी दिमाग में घूमता है गानासायकोलॉजिकल साइंस जर्नल में पब्लिश रिसर्च कहती है, जब हम जागते हैं तब गाने दिमाग में बार-बार घूमते हैं, ऐसा रात में सोने के बाद भी हो सकता है। हमारे दिमाग में गाना तब भी घूमता है जब म्यूजिक बंद होता है और हम नींद में होते हैं। नतीजा, इसका असर नींद पर पड़ता है।

माइकल कहते हैं, अक्सर टीनएजर्स और यंगस्टर्स अपने मूड को बेहतर बनाने के लिए सोने से पहले गाना सुनते हैं, लेकिन कभी-कभी ये शौक रोज की आदत में बदल जाता है और नींद पर इसका बुरा असर पड़ने लगता है।

इन्स्ट्रूमेंटल म्यूजिक अधिक बुरा असर डालता हैअगर यह समस्या हफ्ते में एक से अधिक बार होती है तो ऐसे लोगों में 6 गुना तक नींद खराब होने का खतरा बढ़ता है। शोधकर्ताओं का कहना है, शब्दों के साथ चलने वाले म्यूजिक के मुकाबले केवल इन्स्ट्रूमेंटल म्यूजिक नींद खराब करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं।

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