May 18, 2024 : 6:50 PM
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शहडोल में ऑक्सीजन की कमी से 12 मरीजों की मौत: तड़प रहे मरीजों को मास्क दबाकर ऑक्सीजन देने की कोशिश करते रहे परिजन ; 6 घंटे में 12 गंभीर संक्रमितों ने दम तोड़ा

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Hindi NewsLocalMpYear After Year, Patients Tried To Give Oxygen To The Family By Pressing The Mask; 12 Seriously Infected Dead In 6 Hours

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शहडोल12 मिनट पहले

शहडाेल मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन का प्रेशर कम हुआ तो परिजन मास्क दबा कर सांसें देने की कोशिश करता रहा।

मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से मौतों का सिलसिला रुक नहीं रहा है। अब शहडाेल मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से 12 कोविड मरीजों की मौत हो गई। इसके अलावा अन्य वजहों से 10 और कोविड मरीजों की मौत 24 घंटे में यहां हुई है। इस तरह शहडोल में अकेले 22 संक्रमित मरीजों की मौत हुई हैं। ऑक्सीजन की कमी से 12 मौतों की पुष्टि शहडोल के अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने की है। इसके पहले भोपाल, सागर, जबलपुर, उज्जैन में ऑक्सीजन की कमी से संक्रमित गंभीर मरीजों की मौत हो चुकी है।

शनिवार रात 12 बजे ऑक्सीजन का प्रेशर काम हो गया। इसकी वजह से मरीज तड़पने लगे। परिजन मास्क दबा कर उन्हें राहत देने की कोशिश करते रहे, लेकिन वे नाकाम रहे। एक के बाद एक 12 मरीजों की सुबह 6 बजे तक मौत हो गई। सभी ICU में भर्ती थे। परिजनों ने हंगामा कर दिया। इसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। ऑक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था के लिए अफरा तफरी मच गई। सुबह प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। सुबह 9 बजे के बाद ऑक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था की गई।

घटना के बाद मेडिकल कॉलेज पहुंचे एडीएम अर्पित वर्मा।

घटना के बाद मेडिकल कॉलेज पहुंचे एडीएम अर्पित वर्मा।

ऑक्सीजन की कमी के बाद कई मरीजों को ऑक्सीजन मास्क हाथ से दबाना पड़ा, मरीजों को लग रहा था कि शायद सही तरह से दबाने से ऑक्सीजन आ जाए। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मिलिंद शिरालकर ने भी ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों की बात कही है।

एक दिन पहले ही कमिश्नर ने किया था निरीक्षणघटना के बाद मरीजों ने दिन में कमिश्नर राजीव शर्मा के दौरे पर भी सवाल उठाया। वे शनिवार को ही कोविड-19 सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने साफ-सफाई और बाकी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने की बात कही थी। निरीक्षण के दौरान उनके साथ मेडिकल के डीन के अलावा कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह, अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा समेत कई अधिकारी और चिकित्सक मौजूद थे।

15 अप्रैल को जबलपुर में गई थीं 5 जानें, दो दिन पहले उज्जैन में 6 की मौत

इससे पहले 15 अप्रैल को जबलपुर में लिक्विड प्लांट में आई खराबी के कारण ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से 5 मरीजों की मौत हो गई थी। सभी वेंटिलेटर पर थे। वहीं 16 अप्रैल को उज्जैन के आरडी गार्डी अस्पताल में 6 लोगों की ऑक्सीजन नहीं मिलने से मौत हो गई थी।

10 से 12 मरीजों की मौतशहडोल के अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि 10 से 12 मौतें ऑक्सीजन की कमी से हुई है। मामले की जांच कराई जा रही है। ऑक्सीजन की व्यवस्था करा दी गई है।

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