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Hindi NewsSportsIPL 2021 Delhi Capitals Coach Ponting Said Prithvi Shaw’s Ability To Become A Superstar Player, His Practice Improved With Net Practice
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मुंबईएक घंटा पहले
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दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग ने पृथ्वी शॉ की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी के विजय हजारे ट्रॉफी में बेहतर प्रदर्शन का लाभ टीम को मिलेगा। शॉ टॉप स्कोरर रहे और चार शतक भी लगाए।
दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग ने कहा कि पृथ्वी शॉ में सुपरस्टार प्लेयर बनने की क्षमता है। हालांकि उसे अपने ट्रेनिंग स्टाइल में सुधार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि शॉ ने IPLखत्म होने के बाद इस पर काम किया होगा, तभी वह विजय हजारे ट्रॉफी में वे टॉप स्कोरर रहे। इसका लाभ दिल्ली कैपिटल्स को मिलेगा। उन्होंने खुलासा किया कि शॉ पिछले सीजन में रन नहीं बनाने के बाद प्रैक्टिस नहीं करते थे, उनके कहने के बावजूद भी ट्रेनिंग से इंकार कर देते थे। हालांकि जब वह मैच में रन बनाते थे, तो वह नेट्स पर जमकर बैटिंग करते थे।
पोंटिंग ने कहा,’ पिछले सीजन में पृथ्वी ने ट्रेनिंग के लिए एक अलग थ्योरी को अपनाया था। जब वह मैच में रन नहीं बना पाते थे, तो उसके बाद नेट्स पर ट्रेनिंग नहीं करते थे। वहीं जब वह रन बनाते तो वह नेट्स पर हमेशा बैटिंग करना पसंद करते थे। मैं उसके इस थ्योरी से सहमत नहीं था। उन्होंने चार-या पांच मैचों में 10 से कम रन बनाए और मैंने उनसे कहा कि उन्हें नेट्स पर बल्लेबाजी करना चाहिए, जिससे पता चले कि क्या गलती कर रहे हैं। लेकिन उन्होंने प्रैक्टिस करने से इंकार कर दिया। उसने गलती को सुधारने के लिए काम नहीं किया।’
उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि अब उसमें बदलाव आए हैं। मुझे भरोसा है कि पिछले कुछ महीनों में इस पर उन्होंने अपनी कमियों को दूर करने के लिए काम किया और अपने प्रैक्टिस स्टाइल में परिवर्तन किया। अगर हम उनसे उनका बेस्ट ले सकें, तो वे सुपर स्टार खिलाड़ी बन सकते हैं।
पृथ्वी विजय हजारे के टॉप स्कोरर रहेपृथ्वी शॉ ने इस साल विजय हजारे ट्रॉफी में टॉप स्कोरर रहे। उन्होंने 8 मैचों में 165.40 की औसत से 827 रन बनाए। उनका स्टाइक रेट 138.29 रहा। वहीं उन्होंने 4 शतक भी जड़े और 1 हाफ सेंचुरी भी लगाई।
पिछले सीजन में रहा खराब प्रदर्शनपृथ्वी शॉ का पिछले सीजन में खराब प्रदर्शन रहा। उन्होंने 13 मैचों में 17.53 की औसत से 228 ही रन बनाए थे। वहीं ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया था।
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