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नई दिल्ली3 घंटे पहले
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यदि आपके नसों में दर्द की शिकायत है तब इसे वर्चअल रियलिटी (VR) की मदद से दूर किया जा सकता है। द जर्नल ऑफ पेन की स्टडी के मुताबिक, वीआर की मदद से ऐसे रोगी जिनकी नसों में दर्द रहता है उनके दर्द को कम किया जा सकता है। साथ ही, ये दर्द को दबाने वाले डिस्फंगक्शनल पेन सप्रेशन सिस्टम को भी बूस्ट करता है।
स्टडी के मुताबकि, वर्चअल रियलिटी दर्द के लक्षणों को कम कर सकता है। इससे चुभन, नसों को छूने से होने वाला दर्द कम हो सकता है, जो नर्व इंजरी वालो रोगियों में अक्सर होता है।
अब पुराने दर्द वाले रोगियों पर होगी रिसर्चप्लायमाउथ यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान के लेक्चरर और रिसर्चर, सैम ह्यूजेस ने कहा कि ये वीआर से नसों के दर्द का कम होने रोचक बात है। हमने इसके रिजल्ट को देखा है। वर्चुअल रियलिटी लोगों के दर्द को कम कर सकता है। अब हम इसके अगले स्टेप पर जा रहे हैं। जिन लोगों को ऐसा पुराना दर्द है उन पर ये काम करता है या नहीं।
रिसर्च में रोगियों का फोकस दर्द पर किया गयाह्यूजेस के मुताबिक, हम सभी को अलग-अलग तरह से शारीरिक दर्द महसूस होता है, लेकिन नर्व इंजरी से पीड़ित लोगों में एक डिस्फंक्शनल पेन सप्रेशन होती है, जिससे उन्हें दर्द को कम करने में असुविधा होती है। इस स्टडी के दौरान टीम ने रोगी का फोकस कंडीशन पेन मॉड्यूलेशन (CPM) पर किया था।
360 डिग्री और 2D सीन्स के अलग रिजल्ट आएरिसर्चर्स ने कहा कि CPM नर्व चोट के रोगियों के लिए हानिकारक है, इसलिए इसकी क्रिया को बढ़ा सकते हैं। वैज्ञानिक शरीर की प्राकृतिक दर्द निरोधक प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने में मदद कर सकते हैं। रिजल्ट में ये बात भी सामने आई है कि आर्कटिक में वीआर के 360 डिग्री सीन्स का CPM दक्षता पर प्रभाव पड़ा। वहीं उन्हीं सीन्स के 2D वर्जन ने CPM दक्षता को कम कर दिया।
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