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Hindi NewsLocalDelhi ncrBJP Demands Delhi Government To Set Up A Committee Of Experts To Study The Causes Of Pollution In Delhi
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नई दिल्ली3 घंटे पहले
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दिल्ली में प्रदूषण
भाजपा ने कहा -54 हजार जानें गईं प्रदूषण से
दिल्ली को देश में सबसे प्रदूषित 33 शहरों में नाम शुमार किए जाने के बाद दिल्ली सरकार दिल्ली में पहले से प्रदूषण कम होने का दावा किया है। वही प्रदेश भाजपा ने पत्रकार वार्ता कर केजरीवाल सरकार कि लापरवाही से अकेले गत वर्ष 2020 में दिल्ली में 54000 जानें प्रदूषण के कारण जान गंवाने का आरोप लगाया है।
प्रदेश भाजपा के प्रवक्ताओं हरीश खुराना एवं प्रवीण शंकर कपूर ने पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह सोच कर भी शर्मिंदगी होती है कि आज जब दिल्ली विश्व को सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया गया है उस दिन दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार अपनी जिम्मेदारी को समझ प्रदूषण के विरूद्ध कार्य योजना लाने के लिये सत्ता संघर्ष में उलझी है।
हरीश खुराना ने कहा है कि यह कहना अतिशयोक्ति न होगा कि दिल्ली सरकार ने फ्री बिजली-पानी के साथ ही जहरीले प्रदूषण के रूप में मौत भी फ्री बांटी है। हाल ही में सामने आये ग्रीन पीस एशिया के आंकड़े जिनके अनुसार गत वर्ष दिल्ली में 54000 मौतें प्रदूषण के कारण हुईं इसकी पुष्टि करते हैं।
खुराना ने कहा कि आज जब दिल्ली सरकार को प्रदूषण से लड़ना चाहिए उस समय भी दिल्ली सरकार भ्रमात्मक झूठे प्रचार में लगी है। खुराना ने कहा कि इसी तरह ई वाहनों के पंजीकरण पर भी केजरीवाल सरकार के दावे पूरी तरह खोखले हैं।
दिल्ली सरकार के आंकड़े बताते हैं कि सितम्बर 2019 से फरवरी 2020 के बीच 14270 ई वाहनों का पंजीकरण हुआ था जबकि सरकार की छूट घोषणाओं के बावजूद सितम्बर 2020 से फरवरी 2021 के बीच ई वाहन पंजीकरण आंकड़ा है।
मात्र 7584 यानि लगभग आधा रह गया। प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि यह बेहद दुखद है कि प्रदूषण जैसे गम्भीर विषय पर आम आदमी पार्टी प्रवक्ता कोई भी ठोस कार्य योजना लाने के, केन्द्र पर दोषारोपण की राजनीति में समय बर्बाद करते हैं।
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