May 18, 2024 : 11:16 AM
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सेना को मिलेगी नई डिवाइस: DRDO का हिमतापक माइनस 40 डिग्री में भी बंकर गर्म रखेगा; सियाचिन-लद्दाख में जवानों की जान बचाएगा

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Hindi NewsNationalDRDO’s Heating Device Will Keep The Bunker Warm Even At Minus 40 Degrees Temperature; Also Made Cream For Frost Bite

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नई दिल्ली21 दिन पहले

चीन से तनाव के बीच सियाचिन और लद्दाख जैसे बर्फीले इलाकों में तैनात जवानों को अब ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने जवानों के लिए हिमतापक हीटिंग डिवाइस तैयार की है। ये ऐसी डिवाइस है, जिसके जरिए सेना का बंकर माइनस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी गर्म रहेगा। आर्मी ने इस डिवाइस के लिए 420 करोड़ का ऑर्डर भी DRDO को दे दिया है। जल्द ही इसे बर्फीले इलाकों में ITBP और सेना की पोस्ट पर लगाया जाएगा।

कार्बन डाई ऑक्साइड से भी जवानों को बचाएगीयह हीटिंग डिवाइस बैक ब्लास्ट के दौरान निकलने वाली जहरीली गैस कार्बन डाई ऑक्साइड से भी जवानों को बचाएगी। इस जहरीली गैस से जवानों की मौत भी हो जाती है। जब कोई सैनिक लॉन्चर को कंधे या जमीन पर रखकर रॉकेट छोड़ता है तो उसके पीछे से जहरीली गैस निकलती है। उस एरिया को ही बैक ब्लास्ट एरिया कहते हैं। हिमतापक इस गैस को ऑब्जर्व कर लेगी।

हिमतापक की खासियत

डिवाइस सोलर एनर्जी, इलेक्ट्रिसिटी और केरोसिन तीनों से चल सकती है।इससे 20 वर्ग मीटर क्षेत्रफल के बंकर व टेंट को गर्म रखा जा सकता है।चार्जर कंट्रोलर वोल्टेज को कंट्रोल करने के साथ पंखे को भी चलाता है।पंखा गर्म हवा बंकर व टेंट में फैलाता है।डिवाइस से नीली रोशनी निकलती है, जो ऑक्सीजन लेवल कम नहीं होने देगी।बंकर में मौजूद सैनिकों को सांस लेने में भी परेशानी नहीं होगी।आग लगने का खतरा भी नहीं रहेगा।

ठंड से लगने वाली चोट सही करेगी क्रीमDRDO ने ‘एलोकल क्रीम’ भी तैयार की है। ये फ्रॉस्ट बाइट (शीत दंश) और ठंड से सैनिकों को लगने वाली चोटों को सही करने में मददगार साबित होगी। इंडियन आर्मी ने 3.5 लाख क्रीम ऑर्डर किया है। वैज्ञानिक डॉ. राजीव ने कहा कि ये क्रीम ईस्टर्न लद्दाख और सियाचिन बॉर्डर पर तैनात जवानों के लिए भेजी जाएगी।

पानी के लिए स्नो मेल्टर तैयार किया

DRDO के वैज्ञानिक सतीश चौहान ने बताया कि उन्होंने स्नो मेल्टर तैयार किया है। इसके जरिए लद्दाख और सियाचिन बॉर्डर पर तैनात जवानों के लिए पीने का पानी मिल सकेगा। ये हर घंटे बर्फ को पिघलाकर 5 से 7 लीटर पीने लायक पानी जवानों को प्रोवाइड कर सकता है।

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