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भोपाल में छात्रा ने की आत्महत्या; सुसाइड नोट में लिखा- मम्मी-पापा माफ कर देना, जैसा आप चाहते थे न वैसा कर सकी, न वैसा बन पाई

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  • Bhopal Incident; I Apologized To My Parents, Said I Could Not Do What I Wanted, Nor Could I Be Able To Commit Suicide.

भोपाल18 मिनट पहले

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गुनगा पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला है, लेकिन उसमें सुसाइड का स्पष्ट कारण नहीं लिखा है।

  • घर पर अकेले होते ही मां की साड़ी का फंदा बनाकर सुसाइड किया, सुसाइड का कारण स्पष्ट नहीं
  • हाई स्कूल में पढ़ती थी, घर की इकलौती बिटिया थी, घर में मातम

भोपाल में हाई स्कूल की एक छात्रा ने मां की साड़ी से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। आत्महत्या के पहले उसने मां-बाप के नाम एक इमोशनल सुसाइड नोट लिखा- जिसमें उसने कहा है कि आप जैसा चाह रहे थे न मैं ऐसा कर सकी और न ही बन पाई। इसलिए मैं खुदकुशी करने जा रही हूं। मम्मी-पापा मुझे माफ कर देना। हालांकि सुसाइड नोट में उसने खुदकुशी के स्पष्ट कारणों का खुलासा नहीं किया है।

भोपाल के गुनगा थाना क्षेत्र के कुठार गांव में रहने वाली 16 साल की साक्षी मीणा पिता महेंद्र मीणा हाई स्कूल की छात्रा थी। पुलिस के अनुसार शुक्रवार देर रात महेंद्र ने बेटी के फांसी लगाने की सूचना पुलिस को दी थी। साक्षी ने अपने कमरे में मां के साड़ी से फंदा बनाकर सीलिंग फैन से फांसी लगाई थी।

मौके पर पहुंची पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला। इसमें उसने लिखा था- मम्मी-पापा आप मुझे माफ कर देना। मैं वह नहीं कर सकी, जो आप कहते थे। आपने बहुत सपने देखे थे, लेकिन मैं आपके सपने भी पूरी नहीं कर सकी। आप जैसा चाहते थे, मैं वैसी भी नहीं बन सकी। मुझे माफ कर देना। घटना के वक्त महेंद्र अपनी पत्नी के साथ खेत पर थे, जबकि उनका छोटा बेटा घर के बाहर खेल रहा था। साक्षी उनकी इकलौती बेटी थी।

पढ़ाई या पारिवारिक विवाद कारण हो सकता है

पुलिस के अनुसार खुदकुशी को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। परिजनों के बयान नहीं हो पाए हैं और न ही सुसाइड नोट में किसी तरह का कोई कारण स्पष्ट रूप से लिखा है। एक कारण पढ़ाई हो सकती है और दूसरा कारण पारिवारिक झगड़े से लेकर अन्य किसी तरह का विवाद हो सकता है। पढ़ाई के कारण का उसके रिजल्ट और परिजनों के बयान से स्पष्ट हो जाएगा। इसके अलावा भी अगर कोई कारण है, तो परिजनों के बयान के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

इस तरह लगाई फांसी

महेंद्र ने पुलिस को बताया कि वह दिन भर अपनी पत्नी के साथ खेत पर थे। उनका छोटा बेटा और साक्षी घर पर थी। पड़ोस में उनके छोटा भाई भी परिवार के साथ रहता है। शाम 6 बजे जब वे लौटे तो बेटा बाहर खेल रहा था। अंदर जाने पर उन्होंने साक्षी को आवाज लगाई, लेकिन कोई आवाज नहीं आई। वे साक्षी के कमरे में पहुंचे, तो वह फंदे पर लटकी हुई थी। उन्होंने उसे उतारा लेकिन उसकी जान नहीं बचा पाए। देर रात इसकी सूचना पुलिस को मिली। शनिवार को उसका पीएम कराने के बाद पुलिस इस मामले की जांच शुरू करेगी।

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