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- Twitter Pledged To Openness And Transparency Saying Updates Will Be Made To The Government Timely
नई दिल्ली25 मिनट पहले
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डाटा प्रोटेक्शन बिल-2019 पर गठित संयुक्त संसदीय समिति की अध्यक्ष मीनाक्षी लेखी ने कहा था कि लद्दाख को चीन का हिस्सा बताना अपराध है, इसके लिए 7 साल की सजा हो सकती है
- ट्विटर बुधवार को डाटा प्रोटेक्शन बिल-2019 पर गठित संयुक्त संसदीय समिति के सामने भी उपस्थित हुई
- समिति के सदस्यों ने लद्दाख को चीन का हिस्सा दिखाने के मुद्दे पर भी सोशल मीडिया कंपनी के प्रतिनिधियों से सवाल पूछे
माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने बुधवार को कहा कि कंपनी खुलेपन और पारदर्शिता के लिए प्रतिबद्ध है और वह समयबद्ध तरीके से अपडेट करने के लिए सरकार के नियमित संपर्क में बनी रहेगी। कंपनी बुधवार को डाटा प्रोटेक्शन बिल-2019 पर गठित संयुक्त संसदीय समिति के सामने भी उपस्थित हुई। समिति के सदस्यों ने लद्दाख को चीन का हिस्सा दिखाने के मुद्दे पर भी सोशल मीडिया कंपनी के प्रतिनिधियों से सवाल पूछे।
समिति की अध्यक्ष मीनाक्षी लेखी ने कहा था कि लद्दाख को चीन का हिस्सा दिखाने के मुद्दे पर ट्विटर का स्पष्टीकरण काफी नहीं है और लद्दाख को चीन का हिस्सा बताना अपराध है, जिसके लिए 7 साल की सजा हो सकती है। ट्विटर के प्रतिनिधियों ने समिति से कहा था कि कंपनी भारत की संवदनशीलता का सम्मान करती है।
ट्विटर ने जियो-टैगिंग इश्यू का तेजी से समाधान करने का दावा किया
ट्विटर के एक प्रवक्ता ने एक ईमेल बयान में कहा कि हमारी टीम ने हाल के जियो-टैगिंग इश्यू का तेजी से समाधान कर लिया है। हम अपने काम को लेकर खुलेपन और पारदर्शिता के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम टाइमली अपडेट देने के लिए सरकार के नियमित संपर्क में रहेंगे।
भारी आलोचना का सामना कर रही है ट्विटर
जम्मू-कश्मीर को चीन का हिस्सा दिखाने पर ट्विटर को भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। हाल में लेह के हॉल ऑफ फेम से हुए एक सीधा प्रसारण में ट्विटर के जियो-टैगिंग फीचर ने ‘जम्मू & कश्मीर, पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना’ लिखा दिखा दिया था। हॉल ऑफ फेम केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के शहीद सैनिकों के लिए बनाया गया एक युद्ध स्मारक है।
सरकार चेतावनी दे चुकी है
ट्विटर ने कहा था कि यह एक तकनीकी मुद्दा था और उसे तेजी से ठीक कर लिया गया था। पिछले सप्ताह सरकार ने इस मुद्दे पर ट्विटर को फटकार लगाई थी और कहा था कि देश की संप्रभुता और एकता का किसी भी तरह का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।