May 22, 2024 : 11:29 AM
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मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार सूबे के गुर्गों पर अलग-अलग थानों में हत्या व हत्या के प्रयास समेत 21 मुकदमे दर्ज

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  • After The Encounter, 21 Cases Have Been Registered Against The Goons Of The State Arrested, Including Murder And Attempt To Murder In Different Police Stations.

गुड़गांव5 घंटे पहले

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गुड़गांव. मुठभेड़ में घायल एक पुलिसकर्मी और बदमाश, उपचार करते हुए। इनमें ब्लैक जैकेट वाला पुलिस कर्मी है।

  • प्रॉपर्टी डीलर की हत्या करने की फिराक में सोहना आए थे तीनों बदमाश
  • अकेले बदमाश राजेश फौजी पर 18 मुकदमे, 1998 में पहली बार गया था जेल

क्राइम ब्रांच सेक्टर-39 के साथ मुठभेड़ के बाद पकड़े गए तीनों बदमाशों में से राजेश फौजी सूबे गुर्जर का दाहिना हाथ है। प्रारंभिक पूछताछ में तीनों आरोपियों से 21 वारदातों का खुलासा हुआ है। इसमें से 18 वारदातों के मुकदमे अकेले राजेश फौजी पर दर्ज हैं। दूसरा आरोपी कमल उर्फ कमली राजेश फौजी का चचेरा भाई है जो स्कूल में बस चलाता है। यह सूबे के आदेश पर वारदात को अंजाम देता है।

इसने मानेसर में नंबरदार और हथीन में मौलवी की हत्या को अंजाम दिया है। वहीं, तीसरा आरोपी अमन रुपयों की लालच में सूबे गैंग में शामिल हुआ और शराब बेचता था। दिन में वह ऑटो चलाता था। एसीपी क्राइम प्रीतपाल ने बताया कि तीनों बदमाशों ने गुरुवार तक प्रॉपर्टी डीलर की हत्या को अंजाम देना था।

इसके लिए तीनों ने क्षेत्र में रेकी कर ली थी। वारदात के लिए वह मौके की तलाश कर रहे थे, लेकिन उससे पहले ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आरोपियों के कब्जे से दो पिस्तोल, 2 रिवाल्वर, एक देसी कट्टा, 110 कारतूस, बाइक बरामद की है। आरोपियों की अस्पताल से छुट्टी होने के बाद रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।

एसीपी क्राइम प्रीतपाल ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि गांव बढा निवासी राजेश कुमार उर्फ फौजी पर हत्या, हत्या के प्रयास समेत 18 केस दर्ज हैं। यह 5 लाख का इनामी बदमाश सूबे गुर्जर का विश्वासपात्र है। यह गुड़गांव में हो रही सभी गतिविधियों की जानकारी सूबे तक पहुंचाता है। वर्ष 1998 में यह पहली बार अवैध ह‌थियार रखने के मामले में जेल गया था। साल 1999 में लूट की योजना बनाने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। 2001 में चोरी के आरोप में चार महीने जेल में रहा।

2006 में गिरोहबंदी के मामले में कौशल, सूबे, अमित डागर, राजेंद्र व निकू के साथ जेल गया। साल 2006 में खांडसा रोड पर गुनवाल स्पोटर्स संचालक पर गोली चलाई। छेलू गैंग के शूटर राजू व ढिल्लू की हत्या की। दिसम्बर 2006 में कौशल व अमित डागर के साथ गैंगस्टर छेलू की हत्या की। 2007 में सूर्यान्श होटल संचालक मुकेश की हत्या की। 2007 में हरबीर राठी के सा‌थ छेलू की पत्नी पर गोली चलाई। साल 2007 में सूबे गुर्जर के इशारे पर गांव कोटा में प्लान्ट मिक्सचर संचालक से रंगदारी लेने के लिए गोली चलाई। साल 2019 में मानेसर के नम्बरदार व हथीन में मौलवी की हत्या में सं‌लिप्त रहा। 2020 में सूबे व अनिल पंडित के कहने पर इसने रेवाङी में विकास पर रंगदारी मांगी। उधर, आरोपी कमल उर्फ कमली ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि वह सूबे के लिए कार्य करता था। अब तक वह दो हत्याओं को अंजाम दे चुका है।

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