दमोहएक घंटा पहले
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जिला न्यायालय परिसर में बुधवार की सुबह मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) प्रकाश डामोर ने अचानक अपना इस्तीफा देकर सभी को चौका दिया। सुबह उन्होंने अपनी इस्तीफा दिया और दोपहर में अपना बंगला खाली कर घर रवाना हो गए। उन्होंने इस्तीफा देने का कारण निजी बताया है। उन्होंने अपना इस्तीफा प्रभारी जिला न्यायाधीश आरएस शर्मा को सौंपा। हालांकि उन्हें मनाने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्हाेंने किसी की एक नहीं सुनी।
बताते हैं कि बुधवार की सुबह करीब 10.30 बजे कोर्ट खुलते ही मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रकाश डामोर अपनी कोर्ट पहुंचे। कुछ देर बाद उन्होंने अपने स्टॉफ से कहा कि मेरा इस्तीफा लिखो। इसके बाद वह अपना इस्तीफा लेकर डीजे के पास पहुंचे और इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने अपने निजी कारणों का हवाला देकर इस्तीफा देने की बात कही। इस्तीफा देने के बाद डीजे सहित अन्य न्यायाधीश सीजेएम प्रकाश डामोर के पास गए और कहा कि आप अपना इस्तीफा वापस ले लीजिए, लेकिन उन्होंने कहा कि मैने अपना निजी कारणों से इस्तीफा दिया है, अब इस्तीफा वापस होने का कोई सवाल ही नहीं उठता। आप से हाइकोर्ट को भेज दीजिए। इसके बाद वह अपने बंगला पहुंचे और सामान को पैक कर बंगला खाली कर अपने घर रवाना हो गए।
2007 में बने थे मजिस्ट्रेट
जानकारी के अनुसार प्रकाश डामोर झाबुआ जिले के निवासी हैं। उन्होंने वर्ष 2007 में जेएमएफसी के पद पर ज्वाइनिंग की थी। वर्तमान में वह दमोह में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) के पद पर पदस्थ हैं। प्रभारी जिला न्यायाधीश आरएस शर्मा ने बताया कि उन्होंने अपने इस्तीफा में निजी कारण का उल्लेख किया है। उन्हें स्वयं ज्यादा डायबिटीज है। इसके अलावा उनके 86 साल के पिता हैं। पूरा परिवार भोपाल में रहता है, वे यहां पर अकेले रहते थे। फिलहाल उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। जिसे हाईकोर्ट भेजा जा रहा है।
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