नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसने दिल्ली पुलिस में अपने साथ हुई लूट का मामला दर्ज कराया था. यह सुनकर आप चौंक गए होंगे कि जिसके साथ लूट हुई, उसे पुलिस कैसे गिरफ्तार कर सकती है. जी हां, लेकिन देश की राजधानी दिल्ली में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. हम आपको बताते हैं आखिरकार कौन सी वजह थी, जिसके चलते पुलिस को शिकायतकर्ता को ही गिरफ्तार करना पड़ा.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक 1 अगस्त को पंकज लाकड़ा नाम के शख्स ने उन्हें शिकायत दी थी कि सैंट्रो गाड़ी में सवार चार बदमाशों ने उसकी गाड़ी को ओवरटेक कर लूटपाट की. साथ ही लाख रुपये कैश और जेवरात लेकर फरार हो गए. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत लूट का मामला दर्ज किया और तफ्तीश शुरू कर दी. पंकज लाकड़ा के बताई गई गाड़ी के नंबर के आधार पर पुलिस ने चारों आरोपियों को हिरासत में ले लिया, लेकिन जब पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की तो उन्होंने अपने पास जेवरात होने से इंकार कर दिया. पुलिस ने जब पंकज लाकड़ा से सख्ती से पूछताछ की तो पूरा का पूरा मामला ही पलट गया.
पंकज लाकड़ा का सैंट्रो सवार लड़कों से हुआ था झगड़ा
पुलिस के मुताबिक पंकज लाकड़ा से जब पूछताछ की गई तो वह अपने बयान बदलने लगा, जिसके बाद शक होने पर जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बताया कि अलीपुर इलाके में सैंट्रो सवार चारों लड़कों ने उसकी गाड़ी को ओवरटेक किया था और उसके बाद इसका इन लड़को से झगड़ा हुआ था. लेकिन पंकज लाकड़ा ने खुद को दिल्ली पुलिस का इंस्पेक्टर बताकर चारों लड़कों की पिटाई की, जिसके बाद सभी लड़के डर के मारे वहां से फरार हो गए.
पिटाई से भी नहीं भरा था मन, लड़कों को पहुंचाना चाहता था हवालात, अब खुद है सलाखों के पीछे
दिल्ली पुलिस के मुताबिक चारों लड़कों की पिटाई के बाद भी आरोपी पंकज बेहद गुस्से में था और वह सभी लड़कों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाना चाहता था. इसी के चलते उसने पूरी साजिश रची और दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम पर झूठी कॉल कर दी. जांच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला है कि लूट की कॉल करने वाले पंकज के सभी जेवरात एक बैंक के पास मोर्डगेज हैं.
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