- रूर्बन मिशन के बजट से बन रहे स्टापडेम, वाटरशेड मिशन है निर्माण एजेंसी
दैनिक भास्कर
Jul 08, 2020, 04:00 AM IST
छतरपुर. सरकारी राशि को ठिकाने लगाने के लिए ग्रामीण विकास विभाग के इंजीनियर नए-नए रास्ते अपना रहे हैं। मानसून सीजन के पहले बिल लगाकर अधिक से अधिक राशि निकालने के लिए इंजीनियर बारिश के बीच में ही स्टापडेमों का निर्माण कराने में जुटे हैं। अचट्ट ग्राम पंचायत में नकड़ेर नदी पर 22 लाख रुपए की लागत से बन रहे स्टापडेम का काम बारिश के बीच चल रहा है। इससे पहली बारिश में ही इन स्टापडेम के बहने का खतरा है।
रूर्बन मिशन के तहत जारी बजट से जिले में राजीव गांधी जल ग्रहण मिशन (वाटरशेड मिशन) स्टापडेमों का निर्माण कर रही है। अलग-अलग ग्राम पंचायतों में 5 स्टापडेमों का निर्माण किया जा रहा है। छतरपुर जनपद पंचायत की अचट्ट ग्राम पंचायत में नकड़ेर नदी पर करीब 22 लाख रुपए की राशि से स्टापडेम का निर्माण पिछले एक सप्ताह से चल रहा है। निर्माण कार्य बेहद घटिया और अधूरा है। इस कारण बारिश के मौसम के बीच में निर्माण किए जाने के कारण इसके बह जाने का खतरा बना हुआ है।
बजट ठिकाने लगाने की साजिश
जिला पंचायत के सूत्रों के अनुसार इन स्टापडेम के निर्माण संबंधी बजट राशि विभाग के खाते में पड़ी है। इस कारण इंजीनियर और अधिकारी इस राशि को बारिश के पहले ही ठिकाने लगाने की फिराक में हैं। इसीलिए बारिश की परवाह किए बगैर जल्द से जल्द काम कराए जा रहे हैं।
ईई बोले- भुगतान से पहले होगी जांच
इस मामले में आरईएस के ईई बीएस यादव का कहना है कि वे मौके की जांच कराएंगे। गुणवत्ता की जांच होगी। जांच के बाद ही भुगतान किया जाएगा। वहीं वाटरशेड जिला प्रबंधक स्टीफन इक्का का कहना है कि स्टापडेम के भुगतान जांच के बाद ही होंगे। अभी भुगतान नहीं किए जाएंगे, मानसून के बाद ही पेमेंट किए जाएंगे।