- तेंदुलकर और गांगुली ने वनडे की 176 पारियों में मिलकर भारत के लिए 47.55 की एवरेज से 8227 रन बनाए
- गांगुली ने कहा- सचिन की फॉर्म खराब हो या अच्छी, वे हमेशा ही नॉन-स्ट्राइक पर रहने के लिए बहाने बनाते थे
दैनिक भास्कर
Jul 06, 2020, 05:41 PM IST
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा है कि सचिन तेंदुलकर हमेशा मुझे ही पहली गेंद पर स्ट्राइक लेने के लिए कहते थे। उन्होंने यह खुलासा क्रिकेटर मयंक अग्रवाल से ऑनलाइन चैटिंग के दौरान किया। गांगुली ने कहा कि पहले स्ट्राइक न लेने के पीछे हमेशा सचिन के पास दो वजहें होतीं थी। उनके पास अच्छे फॉर्म और खराब फॉर्म दोनों का जवाब था। फॉर्म में होने पर वे कहते कि उन्हें नॉन-स्ट्राइकर एंड पर बने रहना चाहिए। वहीं, फॉर्म खराब होने पर कहते थे कि मुझे नॉन-स्ट्राइकर के अंत में रहना चाहिए, क्योंकि यह मुझ पर दबाव डालता है।
गांगुली और मयंक के इस बातचीत का वीडियो बीसीसीआई ने ट्विटर पर शेयर किया है। गांगुली ने कहा कि एक-दो बार सचिन ने पहली गेंद पर स्ट्राइक भी ली है, लेकिन ऐसा तब होता जब मैं पहले ही नॉन स्ट्राइक पर जाकर खड़ा हो जाता था।
तेंदुलकर- गांगुली सबसे सफल ओपनिंग साझेदार
तेंदुलकर और भारत के पूर्व कप्तान गांगुली ने वनडे के 176 पारियां खेली हैं। इनमें दोनों ने मिलकर 47.55 की एवरेज से 8227 रन बनाए हैं। वनडे में एक साथ 6,000 रन बनाने का रिकॉर्ड भी इसी जोड़ी के पास है। वहीं, सचिन और गांगुली ने भारत के लिए 136 पारियों में ओपनिंग की है। इस दौरान दोनों ने 49.32 की एवरेज से 6,609 रन बनाए हैं। रनों के लिहाज से सचिन-गांगुली की दुनिया में अब तक की सबसे सफल ओपनिंग साझेदारी मानी जाती है।
रोहित और शिखर धवन की जोड़ी भी काफी सफल
भारत के लिए वीरेंद्र सहवाग-सचिन और सहवाग-गांगुली ने भी कई सफल पारियां खेली हैं। मौजूदा समय में रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी भी सफल रही है। हालांकि,अब तक गांगुली और तेंदुलकर जैसी साझेदारी देखने को नहीं मिली है।